कार्तिक मेले में जीरो डिस्चार्ज टायलेट का प्रदर्शन
मध्य प्रदेश के उज्जैन में कार्तिक मेले में जनजागरुकता के लिये ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के अंतर्गत पानी की बचत और एक दिन में तैयार होने वाले जैविक खाद \'जीरो डिस्चार्ज टायलेट\' का प्रदर्शन किया गया.
(फाइल फोटो) |
अंतर्राष्ट्रीय संस्था वाटरएड, आई.आई.टी. कानपुर और भारतीय ग्रामीण महिला संघ इन्दौर के संयुक्त प्रयास से नगर पालिक निगम द्वारा आयोजित क्षिप्रा नदी पर चल रहे कार्तिक मेले में शनिवार को लोगों को जागरुक करने के लिये इसका प्रदर्शन भी किया है.
इस तकनीक को विकसित करने वाले कानपुर आई.आई.टी. के प्रोफेसर विनोद तारे ने बताया कि नवीन तकनीक से निर्मित यह टायलेट ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को सफल बनाने में काफी सार्थक होगा क्योंकि इस प्रकार के टायलेट का उपयोग करने से न केवल पानी की बचत होगी, बल्की स्वच्छता भी बनी रहेगी. यह टायलेट पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त होता है और इनमें पानी कम लगता है. जितने पानी का उपयोग किया जाता है वह भी रिसायक्लिंग होकर फ्लश का काम भी करता है.
टायलेट के टैंक को ऐसी विधि से बनाया गया है कि उसमें जमा होने वाला मल 24 घण्टे में जैविक खाद में परिवर्तित हो जाता है और युरीन भी अजैविक खाद के काम में आती है.
अंतर्राष्ट्रीय संस्था वाटरएड के कार्यक्रम समन्वयक चंचल कुमार मोदी ने बताया कि हमारी संस्था का मुख्य लक्ष्य गरीब और मलिन बस्तियों को खुले में शौच से मुक्त बनाना है. इसके लिए हम क्षेत्र के नागरिकों को अपने घरों में आधुनिक तकनीक से निर्मित होने वाले शौचालयों को निर्माण करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.
उन्होंने बताया कि ‘स्वच्छ भारत अभियान’ एक महत्वपूर्ण अभियान है, जिसके लिये हमारी संस्था नि:शुल्क रूप से कार्य कर रही है.
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