अपहृत बच्चा नौ दिन बाद जंगल में मिला, आरोपियों की तलाश में पुलिस
भोपाल में स्कूल जाने के दौरान कथित तौर पर अपहृत हुआ 11 वर्षीय बालक नौ दिन के बाद रायसेन जिले के गढ़ी के पास जंगल में मिला. पुलिस अपहरणकर्ताओं की तलाश में सरगर्मी से जुटी है.
अपहृत बच्चा 9 दिन बाद जंगल में मिला |
गैरतगंज थाना प्रभारी सुधाकर बारस्कर ने बताया कि भोपाल में 14 अगस्त को सुबह स्कूल जाने के दौरान रहस्मयढंग से लापता हुआ बालक निशांत झोपे रविवार को सुबह गढ़ी के पास जंगल में वहां से गुजर रहे शिक्षक मोहन सिंह इवने को मिला.
उन्होंने बताया कि जंगल में केवल चड्डी और बनियान पहने बालक को चारों तरफ से बंदर घेरे हुए थे और वह डर के मारे जोर-जोर से रो रहा था. बाइक से गुजर रहे शिक्षक ने बंदरों को भगाकर बालक को गढ़ी पुलिस चौकी पहुंचाया.
उन्होंने बताया कि बालक को इसके बाद भोपाल से आये उसके पिता के सौंपा.
बारस्कर ने बताया कि निशांत ने पुलिस को बताया कि दो लोग उसे जंगल में यह कहकर छोड़ गये थे कि थोड़ी देर में उसे ले जायेंगे.
भोपाल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) रमन सिंह सिकरवार ने संवाददाताओं को बताया कि संभवत: संख्या में तीन रहे अपहरणकर्ताओं ने बच्चे की रिहाई के लिये उसके परिजन से 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी.
उन्होंने बताया कि एक अपहरणकर्ता ने भोपाल में रहकर बालक के परिजन को अधिकांशत: एक ही मोबाइल नंबर का प्रयोग करते हुए 16 से 22 अगस्त तक हर रोज रात में फोन किया था.
सिकरवार ने बताया कि पुलिस इस मामले में सीहोर की एक मोबाइल दुकान के दो लोगों से पूछताछ कर रही है. अपहरणकर्ताओं ने फर्जी पहचान के आधार पर इस दुकान से मोबाइल सिम खरीदी थी.
एसएसपी ने बताया कि अब तक की जांच से यह पता चला है कि पूरी घटना के दौरान दो अपहरणकर्ता बच्चे के साथ सीहोर जिले में रहे जबकि एक अपहरणकर्ता दौरान भोपाल में रहा था.
गौरतलब है कि 14 अगस्त की सुबह भोपाल के साकेत नगर स्थित घर से पैदल दूरी पर अपने स्कूल जाने के दौरान निशांत रहस्यमय ढंग से लापता हो गया था.
प्रदेश के गृहमंत्री बालूलाल गौर ने बालक के गुम होने पर सूचना देने वालों को 50 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी. भोपाल पुलिस पिछले 9 दिनों से लापता बालक की तलाश में जुटी हुई थी.
निशांत के लापता होने की घटना को लेकर तीन दिन पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को प्रदेश में लापता बच्चों की तलाश के लिये एक मुहिम चलाने का निर्देश दिया था.
चौहान ने अधिकारियों से कहा कि गुम हुए बच्चों के ढूंढने का अभियान तेज किया जाये और इस बात का पता करें कि इसमें कोई संगठित गिरोह तो सक्रिय नहीं है. उन्होंने ‘ऑपरेशन मुस्कान’ अभियान की नियमित निगरानी भी करने को कहा.
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