मध्य प्रदेश में जल्दी ही होगा मंत्रिमंडल विस्तार

Last Updated 31 Jul 2015 04:40:59 PM IST

व्यापमं घोटाले को लेकर उपजे विवाद के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि जल्दी ही वह अपने मंत्रियों की परिषद को विस्तार देंगे.


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (फाइल फोटो)

दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के बाद उन्होंने संवाददाताओं को बताया, ‘‘जल्दी ही मंत्रिमंडल को विस्तार दिया जाएगा.’’

हालांकि वह राज्य के गृहमंत्री बाबूलाल गौड़ को मंत्रिमंडल से हटाए जाने की संभावना से जुड़े सवालों को टाल गए.

उन्होंने पूछा, ‘‘आप उन्हें हटाना क्यों चाहते हैं?’’

ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि गौड़ को मंत्रिमंडल से हटाया जा सकता है.

पार्टी के सूत्रों का कहना है कि चौहान और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री गौड़ के बीच व्यापमं समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर मतभेद हैं.

चौहान और गौड़ के बीच राजनैतिक प्रतिद्वंद्विता वर्ष 2005 से ही है. उस समय चौहान ने एक मुख्यमंत्री के रूप में गौड़ की जगह ली थी.

पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश भाजपा वर्ष 2008 में गौड़ को विधानसभा चुनावों की टिकट देने के पक्ष में नहीं थी. लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के साथ अच्छे संबंधों के चलते उन्हें टिकट मिल गया था.

सूत्रों ने कहा कि वर्ष 2013 के विधानसभा चुनावों के दौरान भी गौड़ को भोपाल में गोविंदपुरा सीट पर टिकट मिला था, जिसपर उन्होंने रिकॉर्ड 10वीं बार जीत हासिल की. उन्हें इस सीट पर टिकट इस आासन पर मिली थी कि वह दोबारा इसकी मांग नहीं करेंगे.

प्रदेश भाजपा ने भोपाल के महापौर के रूप में उनकी पुत्रवधु कृष्णा गौड़ के दूसरे कार्यकाल को भी नकार दिया था.

व्यापमं घोटाले की आंच का सामना कर रहे चौहान ने प्रधानमंत्री के साथ लगभग 30 मिनट तक मुलाकात की.

उन्होंने कहा, ‘‘विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई.’’

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के साथ नीति आयोग के उपसमूह द्वारा केंद्र प्रायोजित योजनाओं पर की गई प्रगति की भी चर्चा की. इस उपसमूह की अध्यक्षता चौहान के पास है.

व्यापमं घोटाला मध्य प्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मंडल में भारी अनियमितताओं और भ्रष्टाचार से जुड़ा है.



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