विश्व बैंक दल ने मध्य प्रदेश के पर्यटन विकास पर की चर्चा
मुख्य सचिव एंटनी डिसा से विश्व बैंक के एक दल ने मंत्रालय में भेंट कर मध्य प्रदेश में पर्यटन की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की.
मध्य प्रदेश के पर्यटन विकास पर चर्चा (फाइल फोटो) |
मुख्य सचिव एंटनी डिसा ने मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर अधोसंरचनात्मक विकास के साथ ही पर्यटन स्थलों के महत्व में वृद्धि करने के संबंध में प्रस्तावित सहयोग पर चर्चा की.
डिसा ने कहा कि प्रदेश में भोपाल, ग्वालियर, खजुराहो, ओरछा, सांची, मांडू, चंदेरी, पंचमढ़ी आदि स्थानों की सैर के लिए बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं. पर्यटन विभाग ने इन स्थानों पर कई तरह की सुविधाएं विकसित की हैं. इसके साथ यह भी आवश्यक है कि स्थानीय निकाय और इन नगरों के नागरिक पर्यटन स्थलों के समग्र विकास के लिए अपनी सहभागिता बढ़ायें.
डिसा ने जानकारी दी कि मध्य प्रदेश में छह टाइगर रिजर्व और तीन विश्व धरोहर स्मारक हैं. इनमें से दो सांची और भीम बैठका राजधानी के नजदीक स्थित हैं.
मुख्य सचिव ने विश्व बैंक दल को बताया कि भोपाल की प्राचीन इमारत सदर मंजिल में पहले नगर निगम का दफ्तर लगता था. अब अन्य स्थान पर नगर निगम दफ्तर की व्यवस्था कर इस इमारत को खाली करा लिया गया है. सदर मंजिल को हेरिटेज-लुक देने की दिशा में कार्य शुरू हो गया है. नजदीक स्थित गौहर महल के संरक्षण के लिए भी लगातार कार्य किया गया है. यहां नियमित रूप से हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आयोजन होता है.
उन्होंने बताया कि सांची, मांडू और ओरछा प्रमुख पर्यटन-स्थल के रूप में विकसित हो गए हैं. इन स्थानों की नागरिक बस्तियों के समुचित विकास के प्रयास भी किए जा रहे हैं.
विश्व बैंक दल ने मुख्य सचिव को अन्य देशों में किए गए पर्यटन विकास कार्यों की जानकारी भी दी. दल द्वारा मध्य प्रदेश में विभिन्न परियोजनाओं पर सहयोग की मंशा से अवगत करवाया गया.
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