मध्य प्रदेश में शुरू हो गया पत्थर मारने का खेल... बोले तो, 'गोटमार मेला'
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के पांढुरणा में मंगलवार से गोटमार मेला शुरू हो गया है.
(फाइल फोटो) |
गोटमार मेले का आयोजन पांढुरणा कस्बे में हर साल भादो मास के कृष्ण पक्ष में अमावस्या पोला त्योहार के दूसरे दिन किया जाता है.
गोटमार का अर्थ पत्थर मारना होता है. शब्द के अनुरूप ही मेले के दौरान पांढुरणा और सावरगांव के बीच बहने वाली नदी के दोनों ओर बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं और सूर्योदय से सूर्यास्त तक पत्थर मारकर एक-दूसरे को लहूलुहान कर देते हैं.
इस मेले में लोग एक-दूसरे को पत्थर मारने का खेल खेलते हैं. इस खेल में कई लोग मामूली तो कई गंभीर रूप से घायल भी हो जाते हैं और कुछ तो अपनी जान भी गंवा बैठे हैं. इसके बावजूद ये मेला पिछले करीब दो सौ साल से इसी तरह से सितंबर के महीने में लगता आ रहा है.
मेले को देखते हुए आसपास धारा 144 लगा दिया गया है. प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है. घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा मिले इसके लिए प्रशासन का अमला डॉक्टर्स की टीम के साथ मेले में मौजूद है.
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