मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा भारत में पंच परमेर की संस्कृति

Last Updated 03 Oct 2016 12:44:24 PM IST

झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भारत के विकास में पंचायतों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुये कहा कि इसीलिये राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश में स्वराज की स्थापना के लिए पंचायतों को सशक्त बनाने का मां दिया था.


(फाइल फोटो)

मुख्यमंत्री ने रविवार रांची जिले के ओरमांझी प्रखंड में गगारी पंचायत के खटंगा गांव में आयोजित स्वराज से सुराज की स्थापना विषय पर आयोजित सशक्त ग्राम सभा.. सक्षम पंचायत कार्यक्रम में विशेष आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश में पंच परमेर की संस्कृति अपने उछ्वव काल से ही रही है इसलिये पंचायतों को सशक्त करने के बाद ही गांव के विकास की परिकल्पना को मूर्त रूप दिया जा सकता है.  
     
दास ने कहा कि गगारी पंचायत शहीदों की भूमि है. इस भूमि से 1857 में प्रथम स्वतांता आन्दोलन के दौरान शहीद शेख भिखारी और शहीद टिकैत उमरांव ने अंग्रेजों के विरूद्ध स्वराज के लिये आन्दोलन किया था.

उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शासी की जयंती है जिन्होंने देश को सत्य और अहींसा के दम पर आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी और ग्राम स्वराज का नारा दिया. उनका कहना था कि संपूर्ण भारत का विकास करना है तो गांव की व्यवस्था को दुरूस्त करना होगा.
      
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के 69 वर्षों बाद भी देश के गांव विकास से कोसों दूर हैं तथा बड़ी संख्या में आज भी झारखण्ड के गांवों में बिजली,पेयजल एवं शिक्षा जैसी सुविधाओं की कमी है. इन गांवों में हर मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने के लिये सरकार प्रतिबद्ध है.
    
उन्होंने जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में राज्य की सभी पंचायतों को ऑनलाइन प्रसारण के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा, हमें संकल्प लेना है कि 2018 तक पूरे झारखंण्ड को स्वच्छ बनायेंगे तथा 2018 तक सभी गांव में बिजली पहुंचायी जायेगी.

सरकार का उद्देश्य है कि राज्य में पारदर्शी प्रशासन हो तथा भ्रष्टाचार समाप्त किया जाय. उन्होंने कहा कि बिचौलियों की भूमिका को खत्म करने के लिये सरकार ने पंचायत सचिवालय का गठन किया है तथा ऐसा तां तैयार किया है जिससे पंचायतों की योजनाओं के निर्माण की रूपरेखा तैयार करने में सहायता मिलेगी.
लोगों को प्रखंड और जिला के चक्कर न लगाने पड़े इसलिये सरकार पंचायतों में ही तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने जा रही है ताकि लोगों को प्रमाणपा बनाने के लिये भटकना नहीं पड़े.

दास ने कहा कि सभी पंचायत प्रतिनिधियों और आमलोगों को अपनी जवाबदेही एवं जिम्मेदारी सुनिश्चित करने की जरूरत है और उन्हें यह संकल्प लेना होगा कि पंचायतों में स्कूल से लेकर गली तक अस्पताल से लेकर प्रत्येक घर में स्वच्छता को लेकर लोग जागरूक हों.

उन्होंने कहा कि पंचायत और ग्राम के लोगों को स्वच्छता का उसी प्रकार ख्याल रखना होगा जिस प्रकार वह अपने पूजा स्थलों की साफ सफाई का ध्यान रखते हैं.    

मुख्यमंत्री ने प्रत्येक माह ग्राम सभा के आयोजन पर जोर देते हुए कहा कि पंचायत के प्रत्येक व्यक्ति को यह जानकारी होनी चाहिये कि उनके गांव में कौन सी योजनाओं का क्रियान्वयन हो रहा है तथा कौन सी योजना की जरूरत है ताकि गांव का सर्वांगीण विकास हो सके.

योजनाएं अगले 15 वर्षों की जरूरत ध्यान में रखकर तैयार की जायें तथा प्रत्येक पंचायत अगले तीन साल की कार्ययोजना तैयार करें. साथ ही उन्होंने कहा कि समाज में फैली कूरीतियों डायन बिसाही, दहेज प्रताड़ना जैसे विषयों पर लोगों को जागरूक करें.



शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये ग्राम स्तर पर बनी समितियों को सक्रिय भूमिका निभानी होगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी पंचायतों में शून्य ड्रॉप आउट हो. इसके लिये गांव में ही कार्यक्रम आयोजित करें तथा बच्चियों को शिक्षित बनायें.

दास ने कहा कि प्रौद्योगिकी के इस युग में सभी को शिक्षित करना होगा ताकि आने वाली चुनौतियों से निपटा जा सके और आने वाली पीढ़ी को ज्यादा अपडेट बनाया जा सके.

उन्होंने कहा कि 15 नवंबर तक बेंच डेस्क का निर्माण स्थानीय कारीगरों से करवा कर 40 हजार स्कूलों में  दिया जायेगा. इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर तो मिलेंगे साथ ही वर्षों से जमीन पर पढ़ने वाले बच्चों के शिक्षा स्तर में भी सुधार आयेगा.

श्री दास ने ग्राम स्तर पर स्वयं सहायता समूह का निर्माण करने पर जोर देते हुये कहा कि पंचायतें इमानदारी से काम करें तथा सभी को अपनी जवाबदेही सुनिश्चित करनी होगी कि उनके गांव का विकास का स्तर क्या होगा और गांव की जरूरतें क्या हैं.

यह सुनिश्चित करना होगा कि अपने गांव में रहने वाले गरीब लोगों के स्तर में कैसे सुधार हो. आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषाहार मिलता है या नहीं, स्वासथ्य केन्द्रों में चिकित्सकों की उपस्थिति कैसे हो तथा स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थित है या नहीं. यह सब कार्य पंचायतों के अधिकार क्षेत्र में आता है.
    
रांची लोकसभा क्षेत्र के सांसद रामटहल चौधरी ने आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पहले योजनाएं ऊपर स्तर से बना करती थी लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग्रामीण स्तर पर परिवार को समृद्ध करने के मकसद से योजनाओं को निचले स्तर पर बनाने की योजना का प्रारंभ किया.

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सबसे पहले इसे अमलीजामा पहनाने का काम करते हुए योजना बनाओ अभियान प्रारंभ किया. इसी का नतीजा है कि आज हर गांव में जल संरक्षण के कार्य हो रहे हैं.. तालाब और डोभा का निर्माण किया जा रहा है.
    
खिजरी के विधायक राम कुमार पाहन ने कहा कि गावं के विकास के लिये जनभागीदारी जरूरी है. उन्होंने सरकार के कायरें की सराहना करते हुए कहा कि सरकार की सकारात्मक सोच की वजह से ही आज झारखण्ड के पंचायतों को सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है. 

वार्ता


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