स्थानीय नीति के विरोध में झारखंड बंद, समर्थकों ने बस में लगाई आग
स्थानीय नीति के विरोध में झारखंड बंद के दौरान समर्थकों ने बस में आग लगा दी. कई जगहों पर चक्का जाम से जनजीवन प्रभावित है.
(फाइल फोटो) |
जमशेदपुर में झामुमो के प्रदर्शन में शामिल 11 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. वहीं बंद समर्थकों ने कई वाहनों के टायर के हवा को खोल दिया जिससे राहगीरों को परेशानी हुई.
जमशेदपुर के पोटका में अलग-अलग जगहों मे बंद के दौरान एक बस सहित दो गाड़ियां जला दी गई है. वहीं तिरीलडीह के पास सड़क जाम की खबर है. कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है. स्थानीय नीति के विरोध में मूलवासी आदिवासी स्थानीय युवकों ने जीटी रोड़ को जाम कर दिया है. जमशेदपुर में बंद समर्थकों ने एक टैंकर को जला दिया है.
राजधानी रांची में धारा 144 लागू कर दी गई है. जमशेदपुर, रांची, कोल्हान, बोकारो, धनबाद समेत राज्य के कई शहरों में प्रदर्शन की खबरें आ रही हैं. धनबाद के एनएच-2 को आदिवासी मूलवासी संघ ने जाम किया. बोकारो में बंद समर्थकों ने धनबाद-पुरुलिया मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. इस वजह से पीएम के कार्यक्रम में शामिल होने जा रही पंचायत प्रतिनिधियों की कई बसें जाम में फंस गई हैं.
विभिन्न मांगों को लेकर आदिवासी-मूलवासी मंच द्वारा आहूत झारखंड बंद को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद है. एक सौ से अधिक मजिस्ट्रेट व लगभग 2000 से अधिक पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है. पूरे सदर अनुमंडल में निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है. वहीं, एक कंपोजिट कंट्रोल रूम बनाया गया है.
आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच व कई आदिवासी मूलवासी संगठनों ने 24 अप्रैल के झारखंड बंद की पूर्व संध्या पर मशाल जुलूस निकाला़ इस मौके पर अलबर्ट एक्का चौक में मुख्य संयोजक राजू महतो ने कहा कि 24 का झारखंड बंद ऐतिहासिक होगा और इसके माध्यम से राज्य के आदिवासी व मूलवासी स्थानीयता नीति को खारिज करेंगे़ .
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