झारखंड की राजधानी रांची में साम्प्रदायिक तनाव के बाद शांति मार्च
झारखंड की राजधानी रांची में शनिवार को उपजे साम्प्रदायिक तनाव के बाद रविवार को विभिन्न संगठनों ने शहर में शान्ति मार्च निकाला.
साम्प्रदायिक तनाव के बाद शांति मार्च (फाइल फोटो) |
इसके बाद जिला प्रशासन और केन्द्रीय शांति समिति के सदस्यों ने अल्बर्ट एक्का चौक से महात्मा गांधी रोड होते हुए डोरंडा से हिनू चौक तक पैदल मार्च कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.
गौरतलब है कि झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार देर रात एक इलाके में गोमांस फेंके जाने के बाद सांप्रदायिक तनाव फैल गया. आगजनी और तोड़फोड़ की गई.
राजधानी में भीड़ ने पुलिस के एक जवान पर तलवार से हमला किया. वहीं, पथराव में कुछ मीडियाकर्मी और पुलिसवाले घायल हो गए. आज शनिवार को भी लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. सड़क पर टायर जलाए. एसपी सिटी की गाड़ी के शीशे तोड़ डाले. हालात इतने बिगड़ गए कि सूबे के मुख्यमंत्री रघुबर दास को सड़कों पर निकलना पड़ा. मुख्यमंत्री लोगों से मिले और शांति बनाए रखने की अपील की.
झारखंड के डीजीपी भी मौके पर पहुंचे और लोगों से बात करके उन्हें समझाने की कोशिश की. 60 से अधिक लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. शुक्रवार रात रांची के डोरंडा इलाके में कथित तौर पर गोमांस पड़ा हुआ मिला. इसके बाद कुछ युवकों ने सड़क पर आगजनी की. पुलिसवालों पर पत्थर भी फेंके गए.
प्रशासन ने उपद्रवियों से निपटने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये. सीआपीएफ की तीन टुकड़ी और सशस्त्र सीमा बल की एक टुकड़ी तैनात कर दी गयी. शहर की अधिकतर दुकानें बंद कर दी गयीं. स्पेशल ब्रांच के एडीजी अनुराग गुप्ता ने मीडियाकर्मियों से यह अपील की है कि वे शरारती तत्वों की तस्वीर खींच कर पुलिस को सौंपें, ताकि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके.
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