पूर्व मंत्री योगेंद्र साव भेजे गए जेल
पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को अदालत ने सात दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. उन्हें हजारीबाग पुलिस ने रांची में गिरफ्तार किया था.
योगेंद्र साव (फाइल) |
एनटीपीसी के माइनिंग प्रोजेक्ट के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई झड़प के मामले में योगेंद्र साव को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया. जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. योगेद्र साव की गिरफ्तारी रांची के रातु रोड स्थित एक नर्सिंग होम से हुई थी.
अदालत में पेश करने से पहले पुलिस ने सदर अस्पताल में उनके स्वास्थ्य की जांच करायी.
मालूम हो कि 14 अगस्त को हजारीबाग के बड़कागांव में धारा 144 के बावजूद योगेंद्र साव ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत अपने समर्थकों के साथ जमीन बचाव, पर्यावरण बचाव रैली की थी.
उस दौरान जब जिला प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उनके समर्थकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया था. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन में आग लगा दी थी. कई पुलिसकर्मियों को चोटें आयी थी. भीड़ के हटाने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी थी.
इसका नेतृत्व पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनकी पत्नी बड़कागांव विधायक निर्मला देवी कर रही थी. इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प हुई थी.
इसमें पूर्व मंत्री योगेंद्र साव, विधायक निर्मला देवी समेत 66 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने 20 अगस्त को न्यायिक दंडाधिकारी ऋचा श्रीवास्तव की अदालत से गिरफ्तारी वारंट भी प्राप्त कर लिया था.
Tweet |