झारखंड में बनने से पहले कांग्रेस और जेएमएम गठबंधन टूटा
झारखंड में जेएमएम के साथ गठबंधन टूटने के बाद कांग्रेस अब कांग्रेस राजद और जदयू के साथ गंठबंधन पर विचार करेगी.
कांग्रेस-जेएमएम का टूटा गठबंधन (फाइल फोटो) |
झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले सीटों पर सहमति न बन पाने के कारण दोनों दलों ने अलग होने का फैसला किया. काग्रेस के महासचिव और झारखंड के प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने कहा कि जेएमएम से गठबंधन टूट गया है, पार्टी आरेजडी और जेडीयू के साथ जाएगी.
बिहार उपचुनाव के बाद झारखंड में भी गैर-बीजेपी दलों के महागठबंधन को लेकर दावे किए जा रहे थे, लेकिन जेएमएम कांग्रेस का गठबंधन टूटने के बाद यह कोशिश अब सफल होती नहीं दिख रही है.
कांग्रेस का कहना है कि पार्टी राज्य की कुल 81 सीट में से 45 सीट मांग रही थी, लेकिन जेएमएम अपने लिए ज्यादा सीटों की मांग पर अड़ी रही. राज्य में राष्ट्रीय जनता दल भी इसी गठबंधन का हिस्सा था.
जेएमएम से गठबंधन टूटने के बाद प्रदेश कांग्रेस ने केंद्रीय नेतृत्व को आरेजेडी और जेडीयू को साथ लेकर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव भेजा है.कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश कांग्रेस के इस प्रस्ताव पर मुहर लगा भी दी, लेकिन इसकी आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की गई है.
इस टूट के बाद झारखंड देश का तीसरा ऐसा राज्य बन गया है, जहां 2014 के आम चुनावों के बाद कांग्रेस का गठबंधन टूटा है.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार की एनसीपी ने यूपीए गठबंधन से किनारा कर लिया था. जम्मू-कश्मीर में भी झारखंड के साथ ही विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस पहले ही ऐलान कर चुकी है कि वह अगला चुनाव अकेले लड़ेगी.
इस बीच, हरियाणा-महाराष्ट्र की जीत के बाद बीजेपी का उत्साह बना हुआ है. बीजेपी राज्य विधानसभा की 81 सीटों में से 55 पर जीत हासिल करने के मिशन के तहत काम कर रही है. लोकसभा चुनाव में वह 58 विधानसभा क्षेत्रों में आगे थी और उसने 14 में से 12 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
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