झारखंड में महागठबंधन का कौन होगा नेता?
बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस के सामने शर्त रखी है कि महागठबंधन में शामिल होंगे लेकिन पहले तय कर लिया जाये कि महागठबंधन का नेतृत्व किसके हाथ में होगा.
बाबूलाल मरांडी (फाइल) |
झारखंड में एक तरफ भाजपा के खिलाफ महागठबंधन के संकेत मिलने लगे हैं वहीं दूसरी तरफ सवाल भी उठने लगा है कि इस महागठबंधन का कौन नेत़त्व करेगा.
पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस के साथ महागंठबंधन बनाने के संकेत दिए हैं.
साथ ही मरांडी ने इसके लिए कांग्रेस के सामने एक शर्त भी रखी है कि आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राज्य में भाजपा के खिलाफ बनने वाले महागठबंधन में शामिल होने के लिए वह तैयार हैं अगर यह पहले तय कर लिया जाये कि महागठबंधन का नेतृत्व किसके हाथ में होगा.
दूसरी तरफ इससे पहले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा था कि बाबूलाल मरांडी की पार्टी अब खड़ी नहीं, टूट चुकी है.
मालूम हो कि जेवीएम के कई विधायक और पदाधिकारियों का बड़ा वर्ग भाजपा में शामिल हो चुका है. इसलिए पहले भी कहा था कि जेवीएम के जो बचे लोग हैं, वे भी भाजपा में आ जाएं.
वहीं झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि वह झारखंड में जनता के हित में महागठबंधन बनाये जाने के पक्ष में हैं और निश्चित रुप से इससे धर्मनिरपेक्ष मतों का बंटवारा रोकने में सहायता मिलेगी.
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