योगेंद्र साव पहुंचे दिल्ली, पुलिस करती रही झारखंड में छापेमारी
झारखंड पुलिस वारंट लेकर पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव का इंतजार करती रही और वे फ्लाइट लेकर दिल्ली फरार हो गये.
पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव (फाइल) |
मंगलवार को पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव फिल्मी अंदाज में फरार हो गये. हजारीबाग पुलिस योगेंद्र साव के खिलाफ वारंट लेकर उनकी तलाश में यहां वहां छापेमारी करती रही और वे रात हवाई जहाज से दिल्ली चले गए.
हजारीबाग कोर्ट ने पूर्व मंत्री योगेंद्र साव सहित तीन लोगों के खिलाफ वारंट जारी किया है. वारंट में इन तीनों को गिरफ्तार करने का निर्देश है.
एसडीजेएम अखिलेश कुमार की अदालत ने योगेंद्र साव और उनके दो भाइयों धीरेंद्र साव और पवन साव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया. पुलिस ने साव और उनके भाइयों को गिरफ्तार करने के लिए हुरहुरू और पहरा स्थित घरों में छापेमारी भी की, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा.
वारंट की सूचना मिलते ही योगेंद्र साव शाम करीब 6.30 बजे बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचे और दिल्ली के लिए निकल गये. गिद्दी थाने में दर्ज मामले (सं-48/2014) में पूछताछ के लिए हजारीबाग पुलिस ने योगेंद्र साव को नोटिस दिया था.
मालूम हो कि आपराधिक संगठन झारखंड टाइगर ग्रुप को संरक्षण देने के आरोप में फंसे योगेंद्र साव को पूछताछ के लिए सदर थाना पुलिस ने बुलाया था, पर वे हाजिर नहीं हुए.
उग्रवादी संगठन बनाने के आरोप के चलते योगेंद्र साव को कृषि मंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी. झारखंड टाइगर ग्रुप के सरगना राजकुमार गुप्ता ने पुलिस से पूछताछ में साव के नक्सली संगठन चलाने का खुलासा किया था.
इसके अलावा साव ने मंत्री रहते रांची स्थित अपने सरकारी आवास में राजकुमार गुप्ता को बुला कर टंडवा के उप प्रमुख बबलू मुंडा की हत्या की सुपारी दी थी.
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