झामुमो विधायक बहू सीता सोरेन जेल से रिहा
2012 के राज्यसभा चुनावों में खरीदफरोख्त में शामिल होने की आरोपी झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सीता सोरेन सोमवार को बिरसा मुंडा जेल से जमानत पर रिहा हो गयी.
झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सीता सोरेन (फाइल फोटो) |
सीता सोरेन को 11 सितंबर को झारखंड उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी थी लेकिन जमानत की प्रक्रिया सीबीआई की विशेष अदालत में पूरी करने और उससे जुड़े जेल से रिहा होने के आदेश आज ही जेल अधिकारियों तक पहुंच सके जिसके बाद देर शाम को सीता सोरेन जेल से रिहा हो गयी.
सीबीआई के विशेष न्यायाधीश सत्यप्रकाश की अदालत ने उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में आज पचास-पचास हजार रुपये की दो जमानतों पर सीता सोरेन को जेल से रिहा करने के आदेश दिये. जिसके बाद शाम तक वह जेल से बाहर आ सकी.
सीबीआई ने इस मामले की जांच उच्च न्यायालय के आदेश पर अपने हाथ में ली थी. इस वर्ष 25 फरवरी को सीता सोरेन ने आत्मसमर्पण किया था और उसे जेल भेज दिया गया था.
सीता सोरेन झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन की बहू और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी है और उस पर 2012 मार्च में होने वाले राज्यसभा चुनावों में निर्दलीय उम्मम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करने के लिए विधायकों की खरीदफरोख्त में शामिल होने का आरोप है.
इस मामले में सीबीआई राज्य के एक दर्जन से अधिक विधायकों के खिलाफ जांच कर रही है.
मार्च, 2012 में होने वाले द्विवाषिर्क राज्यसभा चुनावों में मतदान के दिन तड़के रांची के नामकुम इलाके से एक निर्दलीय उम्मीदवार के रिश्तेदार की गाड़ी से आयकर विभाग और पुलिस ने संयुक्त रूप से छापा मारकर दो करोड़, 15 लाख रुपये बरामद किये थे जिसके बारे में वह कोई उचित सफाई नहीं दे सका था.
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