मोदी-मोदी के नारों के बीच अपने नाम के हूटिंग के साथ हेमंत ने पूरा किया भाषण

Last Updated 21 Aug 2014 02:28:38 PM IST

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को रांची में गुरुवार को उस समय अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा जब मोदी-मोदी नारों के बीच उनके नाम की हूटिंग की गयी.


झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रांची के प्रभात तारा मैदान में राज्य की कई लम्बित परियोजनाओं का लोकार्पण और कई योजनाओं का शिलान्यास करने के लिए आये थे.

कार्यक्रम की शुरुआत में पहले ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने और बाद में कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सभा को संबोधित किया.

रविशंकर प्रसाद का भाषण खत्म होते ही जैसे ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम की घोषणा संबोधन के लिए की गई वहां मौजूद भीड़ मोदी-मोदी के नारे लगाने लगी. जनता का उत्साह यहीं पर नहीं रुका उन्होंने मोदी-मोदी नारों के बाद हेमंत सोरेन के नाम की हूटिंग शुरू कर दी.

सोरेन को उस समय बहुत ही अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ा जब अपने राज्य में ही परोक्ष रूप से अपनी जनता के विरोध का सामना करना पड़ा. इसके बावजूद भी सोरेन ने इन सभी बातों को दरकिनार करते हुए अपने भाषण जारी रखना ही उचित समझा.

हेमंत सोरेन ने भाषण के शुरुआत में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया. उन्होंने चुनाव के महज 3 महीने के अंदर ही झारखंड आने के लिए मोदी को विशेष धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि इस गरीब राज्य को इतनी सारी योजनाएं देने के लिए मोदी जी आपका धन्यवाद. बावजूद इसके उनके नाम की हूटिंग जारी रही.

सोरेन ने अपना भाषण आगे जारी रखते हुए कहा कि यह तय होना चाहिए कि राज्य का विकास फसल के तहत होगा या पर्यटन से. सोरेन ने कहा कि राज्य का विकास अगर प्रधानमंत्री जी पर्यटन के माध्यम से करने का सहयोग देते हैं तो गोलियां की आवाज खत्म होकर यहां खुशहाली का माहौल होगा.

प्रधानमंत्री की जगह अध्यक्ष जी का सम्बोधन

सोरेन अपने भाषण में बार-बार प्रधानमंत्री की जगह अध्यक्ष महोदय का उच्चारण करते रहे. इस शब्द को उन्होंने कई प्रकार उच्चारित किया. सोरेन ने अध्यक्ष शब्द का प्रयोग चार बार से ज्यादा बार किया. गौरतलब है कि अध्यक्ष शब्द का प्रयोग सामान्यतया विधान मंडल और संसद की बैठकों में होता है.

सोरेन ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि आपने बड़ा संघर्ष किया है. सोरेन ने कहा प्रधानमंत्री जी आप और मेरे में एक समानता है कि आप चाय की दुकान से यहां तक आये और मेरी मां अमीरों के घर में बरतन मांजती थी इतने संघर्षों के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी तक मैं पहुंचा. जैसे-जैसे सोरेन ने मोदी की तारीफों के पुल बांधते गये उनके नाम की हूटिंग कम होती गयी. हालांकि जब भी उनके नाम की हूटिंग जनता की ओर से की गयी पीएम मोदी ने हाथ उठाकर जनता को शांत रहने का इशारा करते गए.

इससे पहले अपने ही राज्य में मोदी के साथ मंच साझा कर रहे हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहान को भी ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा थी. हालांकि हुड्डा ने अपने नाम की हूटिंग के बीच में ही भाषण छोड़कर बैठ गये थे और मोदी के साथ कभी मंच साझा ना करने की बात की थी. और इसके साथ ही कांग्रेसी मुख्यमंत्री पृथ्वीराज ने भी कहा कि अब कभी भी वह मोदी के साथ मंच साझा नहीं करेंगे.

इससे पहले कांग्रेस की ओर से एक बयान जारी करते हुए कहा गया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बचने का ध्यान रखें. हो सके तो उनके कार्यक्रमों से दूर ही रहें. कांग्रेस महासचिव शकील अहम ने एक बयान करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सभाएं सरकारी कम पार्टी का प्रचार अधिक होती हैं.
 



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment