झारखंड में अराजकता और कुशासन के खिलाफ भाजपा का प्रदर्शन

Last Updated 05 Aug 2014 07:18:30 PM IST

झारखंड राज्य में कुशासन और अराजकता के खिलाफ मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने प्रदर्शन कर विधानसभा के घेराव का प्रयास किया.


गिरफ्तार

वहीं पुलिस ने डीपीएस चौक पर लाठीचार्ज और बिरसा चौक इलाके में आंसू गैस के गोले छोड़ कर प्रदर्शनकारियों को खदेड दिया एवं इस दौरान चार सौ से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं एवं नेताओं को हिरासत में ले लिया.

रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि दोपहर बाद भाजपा के सैकड़ों नेता और कार्यकर्ता राज्य विधानसभा के घेराव के लिए बिरसा चौक और अरगोड़ा चौक से आगे बढ़े लेकिन उन्हें क्रमश: बिरसा द्वार और डीपीएस चौक पर रोक दिया गया. उन्होंने बताया कि पुलिस बल पर बिरसा चौक पर कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने पथराव किया जिसके बाद मजबूरन पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को नियंत्रित किया.

इससे पूर्व पुलिस ने डीपीएस चौक पर भाजपा के प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया जिससे हुई भगदड़ में दर्जनों लोगों को चोटें आयीं.

प्रभात कुमार ने बताया कि पुलिस ने चार सौ से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को हिरासत में लिया है जिन्हें बाद में छोड़ दिया जायेगा.

बाद में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभाध्यक्ष चंद्रेर प्रसाद सिंह ने विधानसभा पहुंच कर सदन में बताया कि पुलिस ने जबरन भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से ज्यादती की. उन्होंने पुलिस कार्रवाई की जांच की मांग की.

सिंह ने आरोप लगाया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन और धरने पर पुलिस ने अपने आकाओं को खुश करने के लिए जबरन कार्रवाई की.

सीपी सिंह ने दावा किया कि पुलिस ने डीपीएस चौक पर भाजपा कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां भी बरसायीं जिसमें दर्जनों लोग घायल हो गये. उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने उकसावे की कोई कार्रवाई नहीं की थी.

दूसरी ओर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार सिंह ने इस बात से इनकार किया कि पुलिस ने कहीं भी भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया.

उन्होंने यह अवश्य कहा कि चार सौ से अधिक लोगों को रांची में विभिन्न स्थानों पर हिरासत में लिया गया जिन्हें शाम तक रिहा कर दिया जायेगा.

इससे पूर्व भाजपा के कार्यकर्ता अपने शहर के कार्यालय और राज्य कार्यालय से गाड़ियों और मोटरसाइकिल पर जुलूस में निकले और वह विधानसभा की ओर बढ़े लेकिन पुलिस ने उन्हें विधानसभा से एक किलोमीटर दूर ही रोक लिया.

पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि पिछले एक वर्ष के शासनकाल में हेमंत सोरेन सरकार ने लोगों की भलाई के लिए कोई भी बड़ा कदम नहीं उठाया.

पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि राज्य में कोई आर्थिक नीति है ही नहीं जिसके चलते खनिजों में सबसे धनी झारखंड राज्य में लोग गरीब हैं.

पूर्व उपमुख्यमंत्री रघुवरदास ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो गयी है और अनेक इलाकों में लोग दिन में भी घर से बाहर निकलने में डरते हैं.

इस बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रवीन्द्र राय ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की बदसलूकी के विरोध में कल पूरे राज्य में काला दिवस मनाने की घोषणा की है जिसके तहत पूरे राज्य में हेमंत सरकार का पुतला फूंका जायेगा.
 



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