स्थानीय नीति को लेकर झारखंड बंद
स्थानीय नीति को विधानसभा के मानसून सत्र में पारित कराने की मांग को लेकर शुक्रवार को झारखंड बंद है.
झारखंड का बंद (फाइल) |
झारखंड में स्थानीय नीति लागू करवाने की मांग को लेकर शुक्रवार को झारखंड बंद का एलान आदिवासी-मूलवासी जनाधिकार मंच सहित अन्य झारखंड नामधारी संगठनों ने किया है.
बंद को देखते हुए स्कूल और कॉलेज प्रबंधन ने अपने संस्थानों में अवकाश की घोषणा कर दी है. हालांकि बंद से दवा दुकानें, एम्बुलेंस, प्रेस और आपात सेवा को मुक्त रखा गया है.
दूसरी तरफ बंद को देखते हुए चौक-चौराहे पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पुलिस प्रशासन का कहना है कि जबरन बंद कराने वालों के साथ पुलिस सख्ती के साथ पेश आएगी. अभी तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है.
मालूम हो कि रांची में गुरुवार से ही धारा 144 लागू है, जिसके तहत पांच से ज्यादा लोगों के साथ जमा होने पर पाबंदी है. वहीं बंद समर्थकों ने व्यवसायियों, प्रतिष्ठानों के मालिकों, वाहन चालकों, कर्मचारियों और अधिकारियों से बंद को सफल बनाने की अपील की है.
झारखंड बंद की पूर्व संध्या गुरुवार को राजधानी रांची में मशाल जुलूस निकाला गया. मशाल जुलूस में सैकड़ों की संख्या में आदिवासी मूलवासी समुदाय के लोग उपस्थित थे.
वहीं हेमंत सोरेन सरकार की ओर से इस मुद्दे पर गुरुवार को बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में आम सहमति नहीं बन सकी. मूलवासी और झारखंडवासी शब्द को लेकर विभिन्न दलों में मतभेद दिखा. अधिकतर दलों ने सुझाव दिया है कि इसे स्पष्ट किया जाये.
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