झारझंड के गुमला और लोहरदगा से चालीस बच्चों को उठा ले गए नक्सली
झारझंड में नक्सलियों का आतंक बढ़ता जा रहा है. गुमला और लोहरदगा से करीब 40 बच्चों को नक्सली संगठन में भर्ती करने के मकसद से ले गये.
नक्सली (फाइल) |
जैसा कि बताया जा रहा है, लोहरदगा से करीब 25 और गुमला से 15 बच्चों को नक्सलियों ने कब्जे रखा हुआ है. नक्सली इन बच्चों को अपने संगठन में भर्ती करने के मकसद ले गये हैं. डीआईजी प्रवीण सिंह ने भी इसकी पुष्टि भी है.
डीआईजी ने कहा कि बच्चों को ले जाये जाने की खबर के बाद दोनों जिलों में अभियान शुरू कर दिया गया है. दोनों जिलों के करीब 40 बच्चों के नक्सलियों के कब्जे में होने की बात सामने आयी.
खास बात तो यह है कि नक्सलियों के भय से बच्चों के अभिभावकों और ग्रामीणों ने चुप्पी साध ली है. बच्चे इच्छा से नक्सलियों के साथ गये हैं या उन्हें जबरन ले जाया गया है. कुछ कहने को तैयार नहीं है. हालांकि ग्रामीणों ने पुलिस को भरोसा दिलाया है कि वे अपने बच्चों को बुला लेंगे.
डीआईजी के मुताबिक जिन बच्चों को नक्सली अपने साथ ले गये हैं, उनके नाम और पिता के नाम की सूची पुलिस के पास मौजूद है.
अभिभावकों को कहा गया है कि वे किसी तरह अपने बच्चों को वापस बुला लेते हैं, तो उनकी शिक्षा की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की जाएगी.
खास बात यह है कि दबी जुबान में कहा जा रहा है कि जिन बच्चों के अभिभावक ने नक्सलियों की बात नहीं मानी उनके साथ मारपीट की गयी. यहां तक कि कुछ लोगों की हत्या भी कर दी गयी. हालांकि डीआईजी का कहना है कि हत्या बच्चों की वजह नहीं की गई है.
उन्होंने कहा कि लोहरदगा में नक्सलियों की ओर से तीन ग्रामीणों की हत्या की खबर है. प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. हत्या की वजह बच्चों को संगठन में नहीं देना नहीं है बल्कि नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर की बात कर कत्ल किया है.
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