लड़कियों को लगाई जा रही थी ‘जवानी’का इंजेक्शन
जिस्म फरोशी के धंधे में उतारने के लिए झारखंड की दो नाबालिग लड़कियों को ‘जवानी’का इंजेक्शन लगाया जा रही थी.
‘जवानी’का इंजेक्शन (फाइल) |
मुंबई में खुद को डॉक्टर बता कर एक मालकिन अपनी दो नाबालिग नौकरानियों को ‘जवानी’का इंजेक्शन लगाती थी. उसका मकसद इन नौकरानियों से घरेलू कामकाज करवाना नहीं, बल्कि जिस्म फरोशी के धंधे में उतारना था.
यह कहना है जिनय सोसाइटी के लोगों का, जहां वह एक साल से भाड़े पर अनुष्का पाठक (44) नाम की महिला रह रही थी. लोगों की मानें तो अनुष्का की शादी नहीं हुई है.
उसने सोसाइटी को दुबई में पति रहने की मनगढ़ंत कहानी बतायी थी. सच्चाई यह है कि उसका मीरा रोड में रहने वाले किसी पुरुष मित्र से अवैध संबंध है, जो बार मालिक भी है.
लोगों के मुताबिक, अनुष्का देह व्यापार से जुड़ी है और इसी चक्कर में उसने मानव तस्करों के जरिये झारखंड की रहने वाली दो युवतियों को खरीदा था.
इनमें से एक साधना (बदला नाम) है, जबकि दूसरी रश्मि (बदला नाम) नाबालिग हैं. मामला चारकोप पुलिस स्टेशन के अंतर्गत दर्ज किया गया है.
चारकोप पुलिस के सीनियर पीआइ आनंद कोली के मुताबिक, साधना अनुष्का के घर लगभग एक साल पहले काम पर लगी थी, जहां उसका एक लड़के से प्रेम हो गया. इसकी भनक लगने पर मालिकन अनुष्का को लगा कि अगर साधना प्रेमी के साथ भाग गयी तो उसे नौकरानी की दिक्कत हो जायेगी.
इससे नाराज अनुष्का दोनों को घर के अंदर कैद करके रखती थी. इस दौरान वह दोनों को मारती-पीटती थी और कई बार तो उनके जिस्म पर लोहे के गरम चिमटे दाग देती थी.
जब इसकी भनक सोसाइटी को हुई, तो वहां रहने वाली महिलाओं की शिकायत पर अनुष्का के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे अरेस्ट कर लिया गया.
बहरहाल, उसे कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, जबकि दोनों लड़कियां महिला सुधार गृह में भेज दी गयी हैं. बॉडी रिवाइवल इंजेक्शन जब्त पुलिस ने सोसाइटी में अनुष्का के घर की जांच के दौरान बॉडी रिवाइवल इंजेक्शन (शरीर को समय से पहले विकसित करने वाली दवाइयां) और कुछ अन्य दवाइयां बरामद की हैं. आरोपी महिला दोनों युवतियों के शरीर को जल्द से जल्द विकसित करने के लिए उन्हें ये इंजेक्शन देती थी.
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