नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ें, मुख्यधारा में शामिल हों : श्री श्री रविशंकर
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने नक्सलियों से हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की है.
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर (file photo) |
श्री श्री रविशंकर ने विधान सभा परिसर स्थित पंडित श्यामाप्रसाद मुखर्जी प्रेक्षागृह में अपने संबोधन में कहा कि नक्सलवादियों को हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में आना चाहिए और उसके बाद अपने हक के बारे में सरकार से चर्चा करनी चाहिए.
आध्यात्मिक गुरू ने कहा कि माओवादियों को खुद को गोली (बुलेट) से दूर करना चाहिए और मतपत्र :बैलेट: पर विास जताना चाहिए. इससे वह अपने अधिकारों को प्राप्त कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि वह नक्सल प्रभावित क्षेत्र बीजापुर भी गए थे. इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित किया और नक्सलियों से आग्रह किया कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ दें. वे गोली का मार्ग नहीं बल्कि चुनाव या मतदान का मार्ग चुनें. वे बंदूक को दूर रख कलम या बल्ला हाथ में ले और क्षेत्र के विकास में सहयोग दें.
वामपंथी उग्रवाद को हल करने में सरकार की भूमिका पर उन्होंने कहा कि समाज के प्रत्येक संस्थानों को समस्या से निपटने के लिए एक साथ काम करना होगा.
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