छत्तीसगढ़ में दो ईनामी महिला नक्सली गिरफ्तार, एक ने किया आत्मसमर्पण
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में पुलिस ने दो ईनामी महिला नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया जबकि एक ईनामी महिला नक्सली ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
(फाइल फोटो) |
नारायणपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के बेनूर थाना क्षेत्र में पुलिस ने दो महिला नक्सली सोनाय पोटाई और सोनी को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों नक्सलियों के सर पर क्रमश: आठ लाख और एक लाख रूपए का ईनाम घेषित है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस को बेनूर थाना क्षेत्र में नक्सली गतिविधि की सूचना मिली थी. सूचना के बाद क्षेत्र में भारत तिब्बत सीमा पुलिस, जिला बल और डीआरजी के संयुक्त दल को गस्त के लिए रवाना किया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि संयुक्त पुलिस दल ने थाना क्षेत्र के सिरपुर, मातला, तूरठा और दंडवन के जंगल में घेराबंदी कर दोनों महिल नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया.
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नक्सली सोनाय वर्ष 2005 में नक्सली संगठन से जुड़ी और वर्तमान में वह बयानार एलओएस सदस्य के रूप में सक्रिय है.
वहीं नक्सली सोनी पिछले छह वर्ष से नक्सली संगठन में सक्रिय है. अभी वह बयानार एलओएस सदस्य और कुवानार एरिया कमेटी मेंबर के रूप में कार्य कर रही है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों के पास से एक देशी कट्टा, एक भरमार बंदूक, नक्सली वर्दी और दवाइयां आदि बरामद किया गया है.
उन्होंने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास समेत कई मामले दर्ज जिसमें वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान पुलिस दल पर हमला, वर्ष 2015 में छोटेफरसगांव में दो लोगों की हत्या जैसे अपराध शामिल है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटना में जिला मुख्यालय में गुरूवार को बोधघाट एलओएस की महिला डिप्टी कमांडर फूलो सलाम ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है.
अधिकरियों ने बताया कि फूलो वर्ष 2008 में नक्सली संगठन में शामिल हुई थी. वह लगातार सक्रिय रही तथा एक बार पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी की गई थी.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फूलो ने माओवादियों की खोखली विचारधारा और उनकी गलत नीतियों से तंग आकर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है. उसके खिलाफ हत्या और हत्या का प्रयास समेत कई मामले दर्ज है.
फूलो के सिर पर तीन लाख रूपए का ईनाम घोषित है.
उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सली सदस्य को राज्य शासन की पुनर्वास नीति के तहत मदद की जाएगी.
Tweet |