प्रोटोकाल का उल्लंघन करने वाले आईएएस पर कार्रवाई का दबाव

Last Updated 20 May 2015 03:46:07 PM IST

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छत्तीसगढ़ के पिछले सप्ताह दौरे में प्रोटोकाल का उल्लंघन करने वाले कलेक्टर पर कार्रवाई का दबाव बढ़ता जा रहा है.


प्रोटोकाल का उल्लंघन करने वाले आईएएस पर कार्रवाई का दबाव (फाइल फोटो)

राज्य मंत्रिमंडल की मंगलवार को रायपुर में हुई बैठक में कई मंत्रियों ने भी कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर नाराजगी जताई.

एक तरफ सोशल मीडिया पर बस्तर के कलेक्टर अमित कटारिया के पक्ष में अभियान चल रहा है तो दूसरी ओर कटारिया पर इस मसले को अपने पक्ष में हवा बनाने के भी आरोप लग रहे हैं. मोदी का बीते 9 मई को कटारिया ने बस्तर के जगदलपुर विमानतल पर तय ड्रेसकोड की बजाय फॉर्मल कपड़े और काला चश्मा लगाकर स्वागत किया था, इसे लेकर विवाद उठने पर उन्हें राज्य सरकार ने चेतावनी जारी की थी.

स्थानीय मीडिया में आई खबरों के मुताबिक राज्य मंत्रिमंडल की मंगलवार को रायपुर में हुई बैठक में पंचायत मंत्री अजय चन्द्राकर ने इस मसले को उठाया. उन्होंने कटारिया को केवल चेतावनी दिए जाने पर सवाल उठाते हुए सेवा नियमों के उल्लंघन करने पर कारण बताओ नोटिस नहीं जारी करने और कार्रवाई नहीं करने पर नाराजगी जताई. उनका वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और प्रेमप्रकाश पान्डेय ने भी समर्थन किया.

खबरों के मुताबिक मंत्रियों ने सोशल मीडिया पर कटारिया के पक्ष में चल रहे अभियान पर सवाल उठाते हुए कहा कि कौन इसे हवा दे रहा है. मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस दौरान इस मसले पर कोई टिप्पणी नहीं की. मुख्य सचिव विवेक ढांड ही मंत्रियों के सवालों का जवाब देते रहे. मंत्रियों ने कटारिया के इस मसले ही नहीं बल्कि प्रोटोकाल का उल्लंघन करने का पुराना इतिहास होने का भी उल्लेख किया.

खबरों के मुताबिक कटारिया के कथित रूप से वाट्सअप पर अपने ग्रुप पर इस पूरे प्रकरण पर जो सफाई दी है, वह भी काफी विवादित है. जानकार इस तरह के मामले के लिए मुख्यमंत्री डॉ. सिंह को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि मुख्यमंत्री के उदार रवैये से ही आईएएस बेलगाम हैं. जिलों में तैनाती के दौरान विवादों में घिरे रहने वाले आईएएस उनके सचिवालय में अहम जगह पा जाते हैं.

कटारिया का विवादों से वैसे पुराना रिश्ता है. रायगढ़ में कलेक्टर पद पर रहते उन्होंने भाजपा के एक वरिष्ठ नेता रोशनलाल अग्रवाल के साथ सार्वजिनक रूप से अपने कार्यालय में अभद्रता की थी. राज्य सरकार ने इसके बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी. अपमान का घूट पीने वाले अग्रवाल इस समय भाजपा के रायगढ़ से विधायक हैं. कटारिया तैनाती के लगभग सभी पदों पर किसी न किसी कारण चर्चा में रहे.



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