छत्तीसगढ़ : तालाब में एक साल से मगरमच्छों का डेरा
छत्तीसगढ़ के बस्तर की कांगेर घाटी के तालाब में मगरमच्छों ने पिछले चार साल से अपना डेरा जमा रखा है.
(फाइल फोटो) |
सुबह के समय इन मगरमच्छों को आसानी से धूप सेंकते देखा जा सकता है. वन्य प्राणी संरक्षक वी. रामाराव ने बताया कि बस्तर की इन्द्रावती नदी में मगरमच्छ काफी बड़ी तादाद में है.
बाढ़ के साथ ये मगरमच्छ सूखी जमीन वाली जगहों तक पहुंच जाते हैं. जहां से बाद में किसी छोटे तालाब में डेरा जमा लेते हैं.
इसी वजह से मगरमच्छ संभवत: दरभा ब्लॉक की कोलेंग पंचायत के भडरीमहु गांव के तालाब पहुंच गए हैं. इस तालाब में चार मगरमच्छों का एक साल से डेरा है. हालांकि मगरमच्छों की मौजूदगी ग्रामीणों को प्रभावित नहीं करती है.
बस्तर में इन्द्रावती बेसिन से लगे भोपालपटनम, बारसूर के अलावा कोन्टा क्षेत्र में भी मगरमच्छ मिलने की घटनाएं हालिया वर्षों में सामने आई हैं.
कांगेर घाटी का भैंसादरहा मगरमच्छों के नाम से ही विख्यात है. अभी तक मगरमच्छों की गणना या संरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है.
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