झीरम घाटी हमले में शामिल तीन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
छत्तीसगढ़ में दरभा के झीरम घाटी में 25 मई 2013 को कांग्रेस के परिवर्तन यात्रा में हमला करने वाले तीन नक्सलियों ने बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी के समक्ष सोमवार को आत्मसमर्पण किया.
(फाइल फोटो) |
दो नक्सली नारायणपुर और एक महिला नक्सली राजनांदगांव इलाके में कार्य कर रहे थे. एनआईए द्वारा झीरम घटना की जांच की जा रही है. घटना में शामिल 165 नक्सलियों के नाम एनआईए ने पुलिस को दिए थे.
पत्रकारों को आईजी एसआरपी कल्लूरी ने बताया कि नक्सली चैतराम और उसकी पत्नी मंजूला और एक अन्य महिला नक्सली रजनी ने नारायणपुर पुलिस के प्रयास से आत्मसमर्पण किया है. नक्सली चैतराम डिप्टी कमाण्डर झीरम काण्ड में सीधे शामिल था. वहीं महिला नक्सली मंजूला नक्सलियों के लिए खाना बनाने का कार्य कर रही थी.
आंध्र और महाराष्ट्र के बड़े नक्सलियों के भेदभाव करने और उनकी सुरक्षा में लगे रहने से त्रस्त होकर तीनों ने आत्मसमर्पण करने का मन बनाया. नक्सलियों ने बताया कि बड़े नक्सली कड़ी सुरक्षा में रहते हैं. उनकी सुरक्षा के लिए छत्तीसगढ़ के नक्सलियों को लगाया जाता है. यही नहीं फोर्स से मुठभेड़ करने के दौरान भी स्थानीय नक्सलियों को ही आगे कर दिया जाता है.
समर्पित तीनों नक्सली झीरम घाटी घटना के अलावा ओडिशा के दामनजोडी ताडमेटला काण्ड में भी शामिल थे. तीनों नक्सलियों के खिलाफ कई मामलों के वारंट जारी हैं.
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