छत्तीसगढ़ में एंथ्रेक्स का खतरा, सतर्क रहने के आदेश
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित चिड़ियाघर कानन पेण्डारी में संभावित एंथेक्स के खतरे को देखते हुए आसपास के पांच किलोमीटर क्षेत्र के लोगों को अलर्ट रहने को कहा गया है.
छत्तीसगढ़ में एंथ्रेक्स का खतरा (फाइल फोटो) |
बिलासपुर के अधिकारियों ने बताया कि जिले के कलेक्टर ने ऐहतियात के तौर पर मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी तथा संयुक्त संचालक (पशु चिकित्सा सेवाएं) को शिविर लगाकर जांच और उपचार करने के निर्देश दिए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को कानन पेंडारी चिड़ियाघर में 21 मादा चीतल अपने बाड़े में मृत पाई गई थी. विशेषज्ञों की टीम ने प्रारंभिक जांच और रासायनिक परिक्षण के बाद चीतलों की मौत के पीछे एंथेक्स को जिम्मेदार ठहराया था.
आधिकारिक सूचनाओं के अनुसार एंथेक्स के संभावित खतरे को देखते हुए गुरूवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा कानन पेंडारी के समीपस्थ इलाकों, काठाकोनी, बहतराई, सकरी और बिनौरी में स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों की जांच की.
इसी तरह पेण्डारी, दवेना, सलमपुर, भरनी, परसदा और पाढ गांव में भी स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे, जिसके लिए चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है. कलेक्टर ठाकुर रामसिंह ने संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा को क्षेत्र के पशुओं का सर्वे करने और आवश्यक उपचार व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
बुधवार को कानन पेण्डारी में चीतलों की मौत के संबंध में कामधेनु विश्वविद्यालय अंजोरा के चिकित्सकों की टीम ने जांच की और जानलेवा बीमारी एंथेक्स के विषाणुओं को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था. वन विभाग ने विस्तृत परीक्षण के लिए सैंपल इंण्डियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट को भेजा है.
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