रघुवंश प्रसाद सिंह ने डाला आग में घी, ऋषि-मुनि भी खाते थे बीफ
आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपना बयान देखर आग में घी डालने का काम किया है. उन्होंने कहा है कि पहले तो ऋषि-मुनि भी बीफ खाया करते थे.
रघुवंश प्रसाद सिंह (फाइल |
बीफ विवाद संभलने की वजाय बढ़ता ही जा रहा है. विवाद में अब पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह भी कूद पड़े हैं. रघुवंश ने पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बीफ को लेकर दिए गए बयान का समर्थन करते हुए कहाकि पहले तो ऋषि-मुनि भी बीफ खाया करते थे. फिर इस पर इतना हंगामा क्यों? मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है.
उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वैदिक काल में भी लोग बीफ खाते थे और शास्त्रों में इसका प्रमाण भी है. बीफ खाना तब बंद किया गया जब बौद्ध धर्म लोकप्रिय हुआ और इसके बाद गोहत्या पर लगाम लगी.
आपको बता दें कि इससे पहले लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि हिंदू भी बीफ खाते थे. हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि बीफ से उनका मतलब गोमांस नहीं था.
रघुवंश के बयान पर भाजपा नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भाजपा के नंदकिशोर यादव ने कहा कि यह शर्मनाक है कि जो समाज गाय की पूजा करता है उसके लिए इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं.
इस तरह के बयानों की निंदा की जानी चाहिए. केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी रघुवंश प्रसाद सिंह के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, राजद का पूरा कुनबा पगला गया है.
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