बिहार चुनाव: शाम पांच बजे थम जाएगा पहले चरण का चुनाव प्रचार
बिहार विधानसभा चुनावों के पहले चरण की मतदान के लिए प्रचार शनिवार शाम पांच बजे थम जाएगा. पहले चरण में 49 सीटों के लिए 12 अक्टूबर को मतदान होगा.
चुनाव प्रचार |
पहले चरण में 10 जिलों की 49 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. बिहार में पांच चरणों में चुनाव होना है. मतगणना आठ नवंबर को होगी.
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, नक्सल प्रभावित जिलों में मतदाता अपराह्न् तीन बजे तक वोट डाल सकेंगे, वहीं कुछ क्षेत्रों में शाम चार बजे तक और अन्य क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक मतदाता मतदान कर सकेंगे.
बिहार चुनाव के पहले चरण के चुनाव के लिए सभी पार्टियों और प्रत्याशियों ने अपनी कमर कस ली है. सोमवार को होने वाले पहले चरण के मतदान में समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा और जमुई क्षेत्र के मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
इस चरण में सभी दलों ने अपना पूरा जोर लगा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह कई चुनावी सभाएं कर लोगों से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी सत्ताधारी महागठबंधन के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने की अपील कर चुके हैं.
इस चरण में हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रदेश अध्यक्ष शकुनी चौधरी, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कमार पारस, भाजपा की रेणु कुशवाहा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह, जद (यू) के विजय चौधरी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के रामदेव वर्मा की साख दांव पर है.
प्रथम चरण के मतदान के लिए राजग की ओर से भाजपा के 27, लोजपा के 13, रालोसपा के छह, हम के तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जबकि महागठबंधन की ओर से जद (यू) के 24, राजद के 17 और कांग्रेस के आठ प्रत्याशी चुनावी समर में हैं.
इस चरण में कुल 1.35 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. पिछले विधानसभा चुनाव में इन 49 सीटों में से 29 सीटें जद (यू) के पास हैं, जबकि भाजपा के पास 13 सीटें हैं. राजद के पास चार और झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस व माकपा के पास एक-एक सीट है.
बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों के लिए 12 अक्टूबर से पांच नवंबर के बीच पांच चरणों में मतदान होना है. मतगणना आठ नवंबर को होगी.
दूसरी तरफ चुनाव आयोग ने चुनावी भाषणों में भड़काऊ और विवादित शब्दों के इस्तेमाल पर गहरी नाराजगी जताई है.
आयोग ने सभी राजनीतिक पार्टियों को निर्देश जारी कर कहा है कि संविधान में बोलने की आजादी के अधिकार का दुरूपयोग न करें और नैतिकता व मर्यादा का उल्लंघन न करें.
चुनाव आयोग ने अपील की है कि सार्वजनिक भाषणों में एक दूसरे के प्रति मर्यादित व्यवहार कर उच्च मानक स्थापित करें. गौरतलब है कि इस सप्ताह के शुरू में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन के विधायक अकबरूद्दीन ओवैसी के खिलाफ कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने पर एफआईआर दर्ज की गई थी. साथ ही राजद सुप्रीमो लालू यादव और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है.
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