नोटबंदी से तीन करोड़ हुये बेरोजगार : शरद यादव
जनता दल (यू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने सोमवार को कहा कि नोटबंदी के कारण छोटे उद्योगों के बंद होने से देश में तीन करोड़ लोग बेरोजगार हो गये हैं तथा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में दो प्रतिशत की गिरावट आयी है.
जनता दल (यू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव (फाइल फोटो) |
जनता दल (यू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने पटना में संवाददाता सम्मेलन में रिजर्व बैंक की वार्षिक रिपोर्ट में नोटबंदी पर आये आंकड़ों के संदर्भ में यह बात कही. उन्होंने कहा कि नोटबंदी की घोषणा का दिन आठ नवम्बर काला दिवस के समान था. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार नोटबंदी से अपने किसी भी उद्देश्य को पूरा करने में विफल रही है. यह निर्णय जल्दीबाजी में और बिना तैयारी के लिया गया जिसके कारण न केवल छोटे उद्योग बंद हुये बल्कि बैंकों में रुपये जमा करने के दौरान लाइनों में लगे 120 लोगों की मौत हो गयी, कृषि कार्य बाधित हुये, असंगठित क्षेत्र के श्रमिक बेरोजगार हो गये तथा लोगों को शादियां तक रोकनी पड़ी.
उन्होंने कहा कि किसानों की आय 50 से 60 प्रतिशत तथा कृषि विकास दर दो प्रतिशत कम हो गयी है. मोदी सरकार ने प्रति वर्ष दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन नोटबंदी के कारण रियल स्टेट उद्योग में 44 प्रतिशत की गिरावट आयी है और बैंको के रिण देने का स्तर 60 साल में सबसे निचले स्तर पर आ गया है.
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