जदयू हमारा घर, मुझे हटाने की हो रही साजिश : शरद
जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य शरद यादव ने शनिवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर तीखे शब्द बाण चलाये.
जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य शरद यादव (file photo) |
उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन के टूटने से जनादेश का अपमान हुआ है. जब से महागठबंधन टूटा है तब से मैं जनता के बीच घूम रहा हूं. मैं जदयू को असली रूप में लाने की कोशिश करूंगा.
स्थानीय श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित कार्यक्रम ‘जन अदालत का फैसला, महागठबंधन जारी है’ को संबोधित करते हुए शरद यादव ने नीतीश कुमार पर कटाक्ष किया कि जिस तरह एक पंख से कोई चिड़िया नहीं उड़ सकती,उसी तरह एक चक्के से गाड़ी नहीं चल सकता है.
देश में बोली और तंत्र अलग-अलग हो, तो यह देश के लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र किसी पार्टी का ईमान होता है, लेकिन बिहार में जनादेश का अपमान हुआ है.
जनता ने हमें पांच साल तक के लिए अमानत दी थी. शरद ने कहा कि देश को आजाद हुए 70 साल हो गये, लेकिन यहां के हालात अब तक नहीं बदले हैं. ये आजादी आम आदमी के हक में नहीं है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिये बगैर शरद ने कहा कि राम मनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण ने मुझे समाजवादी दल की जिम्मेदारी दी थी. सभी चले गये, तो अंत में मेरे पास मेरा घर जदयू बचा. अब लोग कह रहे हैं कि यह आपका नहीं है. मुझे ही बेघर करने की कोशिश की जा रही है. मां-बाप, भाई, परिवार में बिखराव अच्छा नहीं होता. गठबंधन टूटना ठीक नहीं हुआ. मेरे साथ क्या होगा इसकी चिंता नहीं है. हमलोगों ने लंबे समय तक साथ रहकर काम किया. हम यह नहीं कहना चाहते हैं कि किसने कितना काम किया.
शरद ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद मैंने कहा था पुरानी पार्टी टूट गयी है, इस कारण हार हुई है. पुरानी पार्टियों को एकजुट करना होगा. सिर्फ बिहार को लेकर गठबंधन की बात नहीं हुई थी. गठबंधन के सवाल पर उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव खिसक गये.
सांप्रदायिक ताकतें राज्यों में पैर पसार रही थीं, लेकिन गठबंधन के कारण ही हम उन्हें रोकने में कामयाब हुए. इस गठबंधन की दुनियाभर में चर्चा हुई.
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