जेडीयू एनडीए में शामिल, शरद के चढ़े तेवर
जेडीयू में चल रही खींचतान अब घमासान में तब्दील होती जा रही है. जेडीयू नीतीश कुमार और शरद यादव कैंप के रूप में दो खेमों में बंट गयी है.
जेडीयू में छिड़ी वर्चस्व की जंग, नीतीश और शरद आमने-सामने |
एक तरफ आज जहां दोनों खेमे अलग-अलग बैठक कर रहे हैं. वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास के बाहर शरद गुट के समर्थक हंगामा भी कर रहे हैं. इसी बीच जेडीयू ने एनडीए में शामिल होने पर सर्वसम्मति से फैसला ले लिया है.
बताया जा रहा है कि इस हंगामें में आरजेडी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल है. उनका आरोप है कि नीतीश कुमार ने बिहार की जनता को धोखा देने का काम किया है.
महागठबंधन को लेकर जेडीयू में सियासी धमासान जारी है. आज जेडीयू के अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में पटना में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई.
नीतीश आवास पर जेडीयू की आज की बैठक पार्टी के लिए बेहद खास रही है क्योंकि इस बैठक में पार्टी का एनडीए में शामिल होने का फैसला औपचारिक रूप ले लिया गया. आपको बता दें की चार साल के बाद जेडीयू की एनडीए में वापसी हो रही है.
वहीं जेडीयू से नाराज सांसद शरद यादव अपने गुट के साथ पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में 11 बजे से 'जन अदालत सम्मेलन' कर रहे हैं.
खबर है कि बीजेपी के साथ गठबंधन के बाद से बगावती तेवर अपना चुके शरद यादव गुट पार्टी के चुनाव चिन्ह तीर पर अपना दावा करेगा. बागी नेताओं ने जन अदालत नाम से अलग से सम्मेलन बुलाया है. वहीं पटना में 'जन अदालत का फैसला....महागठबंधन जारी है लिखे कुछ पोस्टर लगाए हैं. इन पोस्टरों पर शरद यादव, अली अनवर, रमई राम की फोटो लगी हुई हैं.
पार्टी महासचिव पद से हटाए गए अरूण कुमार श्रीवास्तव और राज्यसभा सांसद अली अनवर ने इसका संकेत दिया है कि पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर दावे को लेकर बागी गुट जल्द ही चुनाव आयोग का रुख कर सकता है.
अरूण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि शरद गुट ही असली जेडीयू पार्टी है. 'वैसे तो मैं नहीं समझता कि नीतीश पार्टी के चुनाव चिह्न पर दावा करेंगे, क्योंकि उन्हें पार्टी या इसके चुनाव चिह्न से कोई प्यार नहीं है, लेकिन जरूरत पड़ी तो हम निश्चित तौर पर चुनाव आयोग का रुख करेंगे' आपको बता दें कि ऐसे ही एसपी के मुलायम सिंह यादव ने वर्चस्व को लेकर चुनाव आयोग में दावा किया था.
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