बिहार में बाढ़ से 12 जिले बेहाल, 41 की मौत, राहत और बचाव कार्यों में जुटी सेना

Last Updated 15 Aug 2017 01:07:49 AM IST

नेपाल एवं बिहार के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार जारी मूसलाधार बारिश के कारण राज्य की सभी प्रमुख नदियों के खतरे के निशान से ऊपर रहने से 12 जिलों में बाढ़ के रौद्र रूप को देखते हुए युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य में सेना के साथ ही राष्ट्रीय आपदा बल (एनडीआरएफ) को लगा दिया गया है. बाढ़ प्रभावित जिलों में अब तक 41 लोगों की मौत हो चुकी है.


कटिहार : बिहार में बाढ़ आने के बाद एक मालगाड़ी रेलवे ट्रेक पर. रेलवे कर्मचारी आई बाढ़ का जायजा ले रहे हैं.

आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा अररिया जिले में बीस लोगों की मौत हुई है.  विभाग से मिली सूचना के अनुसार सीतामढ़ी जिले में छह लोगों की जान चली गई.

अब तक  किशनगंज में पांच, अररिया में बीस, प. चंपारण में तीन, पूर्वी चंपारण में तीन, दरभंगा में तीन, मधुबनी में एक और सीतामढ़ी में छह लोगों की मौत बाढ़ से हो चुकी है.

आपदा प्रबंधन विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि पूर्णिया जिले में बाढ़ से प्रभावित लोगों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर लगाये गये हैं. हेलीकॉप्टर के माध्यम से पीड़ितों के बीच खाद्य सामग्री के साथ ही रोजर्मे की आवश्यक सामग्री भी गिराई जा रही है. जगह-जगह राहत शिविर भी बनाये गये हैं. सेना के जवान जिले के दूर-दराज के प्रभावित इलाकों में लोगों की हरसंभव मदद कर रहे हैं.

सेना के साथ चिकित्सकों का चलंत दस्ता भी इलाके में दौरा कर रहा है. वहीं, कटिहारमें मदद के लिए सेना की तीन कंपनियों को लगाया गया है. कोसी, गंडक, कमला बलान, बागमती और महानंदा नदियों के खतरे के निशान से ऊपर रहने के साथ ही आये उफान से अररिया, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, खगड़िया, सुपौल, सहरसा, मधुबनी, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और सीतामढ़ी में स्थिति गंभीर बनी हुई है. इन जिलों में लाखों लोग बाढ़ की चपेट में हैं. प्रभावित इलाकों के लोग ऊंचे एवं सुरक्षित स्थानों पर शरण लिये हुए हैं. हालांकि पिछले कुछ देर से रुक-रुक कर हो रही बारिश से प्रभावित जिलों में नदियों के जलस्तर में थोड़ी कमी देखी जा रही है.

राहत कार्य में और तेजी लाएं : मुख्यमंत्री
बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को सर्वाधिक प्रभावित अररिया, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया जिले का हवाई सव्रेक्षण किया. इसके बाद उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग और सामान्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों में केंद्र सरकार की ओर से की गई त्वरित मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्यों ं में और तेजी लाई जाएगी.

पीएम ने बाढ़ के हालात पर नीतीश से की बात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राज्य में बाढ़ के हालात पर चर्चा की और उन्हें स्थिति से निपटने के लिए केन्द्र की तरफ से तमाम सहयोग का आासन दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि हालात पर नजदीकी नजर रखी जा रही है. मोदी ने कहा, मेरी चिंताएं बिहार के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों के साथ हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, केन्द्र बाढ़ के हालात से निपटने में बिहार सरकार को पूरी मदद का आासन देता है. एनडीआरएफ मुख्यालय से टीमें राहत और बचाव कार्य के लिए बिहार में हैं.  

दरभंगा में तटबंध टूटा, 80 हजार से अधिक लोग प्रभावित
बिहार में दरभंगा जिले के तारडीह प्रखंड के ककोटा गांव के निकट कमला बलान नदी का तटबंध देर शाम टूटने से जहां 80 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुये वहीं बागमती नदी जाले में जमींदारी बांध के ऊपर से बहने लगी है.
जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर प्रसाद सिंह ने यहां बताया कि कमला नदी में देर शाम उफान आने के कारण ककोटा गांव के निकट पश्चिमी तटबंध के 57वें किलोमीटर पर बांध टूट गयी. उन्होंने बताया कि तटबंध के टूटने से तारडीह और अलीनगर प्रखंड के दस पंचायतों के 80 हजार से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुये हैं.
डॉ. सिंह ने बताया कि वहीं जाले में जमींदारी बांध के ऊपर से बागमती नदी का पानी बह रहा है. उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाकों की जानकारी मिलने पर जांच के लिए अधिकारियों की एक टीम को देर शाम रवाना किया गया है. उन्होंने बताया कि इन इलाकों में फसलों की व्यापक क्षति होने का भी अनुमान है.

समयलाइव डेस्क ब्यूरो


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment