मूल निवासी होने का मुद्दा संदर्भ से बाहर नहीं है: नीतीश
Last Updated 29 Jul 2016 05:37:07 PM IST
राजद प्रमुख लालू प्रसाद की ओर से बिहार के युवकों को राज्य की नौकरियों और शैक्षिक संस्थानों में दाखिला मामले में 80 फीसदी आरक्षण दिए जाने की मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह मुद्दा ‘संदर्भ से बाहर’ नहीं है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार |
उन्होंने कहा कि अगर गहन विचार-विमर्श के बाद सभी पार्टियों के बीच आम सहमति बनती है तो इस दिशा में कदम उठाये जा सकते है.
नीतीश ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मूल निवासी होने का मुद्दा संदर्भ से बाहर नहीं है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश के विभिन्न भागों में स्थानीय आरक्षण का मुद्दा जोर पकड़ रहा है और इसलिए केंद्र को स्थानीय लोगों की हितों की रक्षा के लिए कुछ ‘‘ठोस व्यवस्था’’ बनाने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए.
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष, कुमार ने कहा कि हाल में पड़ोसी राज्य झारखंड की यात्रा के दौरान उन्होंने उस राज्य के निवासियों को स्थानीय लोगों को आरक्षण देने के मुद्दे पर समर्थन दिया था.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं और मेरी पार्टी बहुत हद तक इस बात के पक्ष में हैं कि बिहार के निवासियों को राज्य की नौकरियों में वरीयता मिलनी चाहिए.
कुमार ने कहा, ‘विषय पर गहन विचार-विमर्श करने की जरूरत है और अगर सभी पार्टियों के बीच सहमति बनती है तो इस दिशा में कदम उठाये जा सकते हैं.’’
राजग प्रमुख लालू प्रसाद ने स्थानीय आरक्षण की वजह से बिहारियों के अन्य राज्यों की नौकरियों से वंचित रह जाने और राज्य में उच्च योग्यता वाली कुछ नौकरियों के मामले में नुकसान की स्थिति में रहने को लेकर गुरुवार को चिंता व्यक्त की थी.
विपक्षी भाजपा ने भी स्थानीय लोगों के लिए आरक्षण मुद्दे का समर्थन किया है.
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