नीतीश ने बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया, अगले तीन दिनों के दौरान भारी बारिश के आसार

Last Updated 29 Jul 2016 10:55:48 AM IST

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और पीडितों के बीच राहत एवं बचाव चलाने को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए.


नीतीश ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया सर्वेक्षण (फाइल फोटो)

प्रथम चरण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा एवं गंडक क्षेत्रों के बाढ़ प्रभावित जिलों यथा वैशाली, मोतिहारी, गोपालगंज, पश्चिमी चंपारण और सारण जिलों का हवाई सव्रेक्षण किया और गंडक नदी क्षेत्र में नेपाल में अतिवृष्टि होने के कारण बढ़े जलप्रवाह का मुआयना किया.
    
दूसरे चरण में बाढ़ की स्थिति का हवाई  सर्वेक्षण करने के लिये नीतीश ने भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया एवं किशनगंज का दौरा किया. महानंदा, कनकई, रेतुआ, परमान, मेची, बकरा आदि नदियों में नेपाल की ओर से काफी मात्रा में जलप्रवाह होने के कारण इन सभी जिलों में जल का काफी प्रवाह है, जिससे लगभग 25 लाख की आबादी प्रभावित है तथा बाढ़ के पानी से ग्रामीण सड़कों के कट जाने के कारण आवागमन बाधित हुआ है.
   
उल्लेखनीय है कि नेपाल स्थित जल संग्रहण क्षेत्र में एक हजार मिमी से अतिवृष्टि होने के कारण जल प्लावन हुआ है.
   
हवाई  सर्वेक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने पूर्णिया हवाई अड्डा स्थित सभाकक्ष में बाढ़ की स्थिति तथा राहत एवं बचाव कायरें की गहन समीक्षा की और कई महत्वपूर्ण निर्देश दिये गये.
   
मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी प्रभावित परिवारों को अविलम्ब सूखा राशन एवं जहॉ पके हुये भोजन की व्यवस्था की जा सकती है, वहॉ सामूहिक किचेन चलाकर पका पकाया भोजन बाढ़ प्रभावित परिवारों को उपलब्ध कराया जाये.
 
नीतीश ने निर्देश दिया कि जिन गॉवों का सम्पर्क टूट गया है, उन सभी गांवों में नाव के माध्यम से तत्काल सम्पर्क स्थापित कराया जाय और इन सभी जिलों में उपलब्ध एन डी आरएफ अथवा एस डी आर एफ के माध्यम से राहत का वितरण सुनिश्चित कराया जाये. साथ ही बीमार एवं अस्वस्थ लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लाकर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाये.
   
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी बाढ़ प्रभावित लोगों का सव्रेक्षण अविलंब सुनिश्चित कराया जाये ताकि उन्हें आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा निर्धारित मानक के अनुरूप विभिन्न तरह का अनुदान उपलब्ध कराया जा सके.
   

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गृह क्षति एवं फसल क्षति का आकलन भी अभियान चलाकर पूर्ण कराया जाये.
   
समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि इन जिलों में दो सौ से अधिक राहत केन्द्र चलाये जा रहे हैं.
   
मुख्यमंत्री ने वहॉ स्वच्छता एवं अच्छे भोजन का प्रबंध किये जाने का निर्देश दिया. बाढ़ के कारण मानव एवं पशु दवा की पर्याप्त उपलब्धता भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
   
उन्होंने बाढ़ के कारण बिजली के संचरण पर पर्याप्त अनुश्रवण रखने का निर्देश दिया ताकि तार टूटने या स्पर्शाघात से कोई घटना न हो.
   
प्रथम चरण के हवाई  सर्वेक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अरूण कुमार सिंह तथा मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार मौजूद थे, जबकि दूसरे चरण के हवाई सर्वेक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ब्यास जी एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार मौजूद थे.

बिहार में अगले तीन दिनों के दौरान भारी बारिश के आसार

मौसम विभाग ने बिहार के उत्तर-पूर्वी, उत्तर-मध्य और उत्तर-पश्चिमी इलाकों में अगले तीन दिनों के दौरान भारी बारिश की संभावना जतायी है.पटना स्थित मौसम विभाग कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अगले तीन दिनों के दौरान बिहार के उत्तर-पश्चिमी इलाके पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सिवान और सारण जिलों में भारी बारिश हो सकती है.

 बिहार के उत्तर-पूर्वी इलाकों सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा और मधेपुरा जिलों में भी अगले तीन दिनों के दौरान भारी वर्षा हो सकती है. मौसम विभाग द्वारा कहा गया है कि बिहार के उत्तर-मध्य इलाके सीतामढी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, समस्तीपुर और शिवहर में आगामी 30 जुलाई को भारी बारिश हो सकती है.

मौसम कार्यालय ने अगले तीन दिनों के दौरान बिहार के दक्षिण-पश्चिमी, दक्षिण-मध्य और दक्षिण-पूर्वी इलाकों में बारिश की संभावना नहीं जतायी है. ऐसी संभावना जतायी है कि यह भारी बारिश 75 मिमी तक हो सकती है.



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