सुशील ने साप्ताहिक जनता दरबार को खत्म करने पर नीतीश की आलोचना की
भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार की आलोचना करते कहा की सीधे रूबरू होकर मुख्यमंत्री को अपनी सरकार की जमीनी स्तर पर कार्यशैली के बारे में जानकारी प्राप्त होगी.
सुशील कुमार मोदी (फाइल फोटो) |
बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि ग्रामीण इलाके लोगों को आए दिन समस्याएं झेलनी पडती हैं और उनकी शिकायतें स्थानीय स्तर पर आमतौर पर नहीं सुनी जाती या उसका समाधान नहीं निकाला जाता जिसके कारण उन्हें जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम का दरवाजा खटखटाना पड़ता था.
सुशील ने नीतीश पर अपने राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए जनता दरबार को छोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब वे अपने बाकी बचे समय में देश में घूम-घूमकर रैली और राजनीतिक सभाओं को संबोधित करना शुरू कर दिया है.
उल्लेखनीय है कि बिहार की पिछली राज्य सरकार में नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में उपमुख्यमंत्री पद पर आसीन रहे सुशील ने भी नीतीश की तर्ज पर अपने सरकारी आवास पर जनता दरबार का आयोजन शुरू किया था, पर जून 2013 में सत्ता में बाहर हो जाने के बाद सुशील ने मंगलवार के दिन इसका आयोजन अभी भी जारी रखा है.
सुशील ने पूर्वी चंपारण जिला में एक किशोरी के साथ दुष्कर्म मामले की धीमी जांच के लिए सरकार पर हमला बोलते हुए इसकी निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की.
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