बिहार पंचायत चुनाव : चुनाव का नौवां चरण भी हिंसा की वारदातों से अछूता नहीं
बिहार में पंचायत चुनाव के नौवें चरण के लिए 27 जिलों के 41 प्रखंडों के 667 पंचायतों में गुरूवार को वोटिंग जारी है.
फाइल फोटो |
बिहार में पंचायत चुनाव के नौवें चरण के लिए गुरूवार को सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गए है. गांव की सरकार चुनने के लिए नौवें चरण में 27 जिलों के 41 प्रखंडों के 667 पंचायतों में वोटिंग जारी है. इस चरण में 60 हजार 24 उम्मीदवार चुनाव मैदान में किस्मत आजमां रहें हैं. इनमें महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों पर 31 हजार 226 महिला उम्मीदवार शामिल हैं.
इस चरण में 46 लाख 93 हजार 189 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं.
मतदान को लेकर 9632 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
नौवें चरण के होने वाले मतदान के लिए आयोग की ओर से शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिये सारी व्यवस्था की गयी है. हर प्रखंड में प्रेक्षक और मतदान पर नजर रखने के लिये कंट्रोल रूम की स्थापना की गयी है. कोई भी शिकायत होने पर कंट्रोल रूम को सूचित किया जा सकता है.
पंचायत चुनाव का 9वां चरण, 11 बजे तक 30 फीसदी हुआ मतदान.
पंचायत चुनाव के दौरान बेगूसराय जिले के बछवाड़ा थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात पैसे लेकर वोट देने से मना करने पर पूर्व मुखिया और उसके समर्थको ने गोलियां चलायी जिसमें तीन लोग घायल हो गये.
पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि चमथा पंचायत (एक) के मुखिया प्रत्याशी रामू पासवान का समर्थक पूर्व मुखिया राकेश सिंह कुछ लोगों के साथ बालूपर टोला में रुपये बांट रहा था.
राकेश ने टोला निवासी वीरेन्द्र महतो को भी पैसे लेकर वोट देने की बात कही जिसे वीरेन्द्र ने मना कर दिया.
वहीं दूसरी ओर गया के इमामगंज के बूथ न. 125 पर वृद्ध मतदाता के परिचय पत्र दिखाने में की गई देरी पर सीओ ने पिटाई कर दी, जिससे वृद्ध की मौत हो गई. गया में ही वोटिंग के दौरान ऑन ड्यूटी स्टाफ आरक्षी फूलचंद राम की तबियत खराब होने से मौत हो गई.
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