बिहार में जंगलराज कहने की बीमारी हो गयी है : नीतीश कुमार

Last Updated 25 May 2016 08:51:12 PM IST

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में हरेक आपराधिक घटना के बाद 'जंगलराज' का आरोप लगाए जाने पर विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि आजकल लोगों को बिहार में जंगलराज कहने की बीमारी हो गयी है.


राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की 56वीं त्रैमासिक समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुये नीतीश कुमार.

बिहार राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की 56वीं त्रैमासिक समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुये नीतीश ने कहा कि आज कल लोगों को बिहार में जंगलराज कहने की बीमारी हो गयी है. अगर किसी तरह की घटना घटती है तो हमलोगों को भी तकलीफ होती है.

उन्होंने बैंकों द्वारा सुरक्षा के मुद्दे पर जतायी गयी चिन्ता पर कहा कि बैंकों की सुरक्षा हम सबकी चिन्ता है. बैंक की सुरक्षा के लिये राज्य पुलिस सारा कार्य करती है. नीतीश ने कहा कि राज्य सरकार ने \'स्टेट इन्डस्ट्रीयल सिक्युरिटी बटालियन\' गठित करने का निर्णय लिया है. \'स्टेट इन्डस्ट्रीयल सिक्युरिटी बटालियन\' को पूरी तरह कार्य करने में दो से तीन साल लग सकता है, इससे बैंक को सहुलियत होगी तथा बैंक को सुरक्षा प्रदान होगी.
    
नीतीश ने बैंकों की सुरक्षा को लेकर सुझाव देते हुये कहा कि बैंकों में सिक्युरिटी ऑडिट होना चाहिये ताकि सुरक्षा में होने वाले चूक का आंकलन हो सके. उन्होंने कहा कि 2016 में छह स्थानों पर बैंक डकैती एवं लूट की घटना हुयी है. घटना को अंजाम देने वाले अपराधी पकडे गये हैं. 58,34,500 रुपये वसूल किए गये हैं. मुजफ्फरपुर के जिस बैंक में लूट की घटना घटी है उस बैंक का गार्ड बैंक खुलने के समय गायब था.

मुख्यमंत्री ने आगामी 2 अक्टूबर से शुरू किए जाने वाले 12वीं कक्षा उतीर्ण प्रत्येक इच्छुक छात्रों के लिये \'स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड योजना\' का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें सभी बैंकों से अपेक्षित सहयोग की आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के सुशासन के कार्यक्रम 2015 के अन्तर्गत विकसित बिहार के लिए सरकार के सात निश्चय के अन्तर्गत बैंकों से जोडकर 12वीं कक्षा उतीर्ण प्रत्येक इच्छुक छात्रों को चार लाख रूपये का बिहार स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड दिया जायेगा.

नीतीश ने स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को अभिनव प्रयोग बताते हुए कहा कि यह प्रायोगिक तौर पर 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक चलेगा. 2 अक्टूबर से छात्रों को स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड मिलना प्रारंभ हो जायेगा. उन्होंने बैंकों से अनुरोध किया कि जो भी तैयारी करनी है, सभी बैंक 15 सितम्बर के पहले तैयारी कर लें, इसमें किसी तरह की कठिनाई नहीं चाहिये.

मुख्यमंत्री ने कहा कि 12वीं कक्षा पास जो छात्र स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड लेने के लिये इच्छुक होंगे, वे जिला निबंधन केन्द्र में सीधे एवं आनलाइन आवेदन दे सकते हैं. निर्धारित तिथि को उन्हें बुलाकर उनके आवेदन के सारी त्रुटियों को दूर किया जायेगा तथा अनुशंसा के साथ बैंक को भेजा जायेगा. स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड देने में बैंकों के द्वारा किसी तरह की कठिनाई नहीं होनी चाहिये.



उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के लिये स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड सहित तीन महत्वपूर्ण काम करने जा रही है. जो युवा सेकेंडरी स्तर के शिक्षा के बाद कौशल विकास करना चाहते हैं, उन्हें कौशल विकास का अवसर दिया जायेगा. प्रत्येक प्रखंड में कौशल विकास की शिक्षा दी जाएगी. जो रोजगार की तलाश करना चाहते हैं, उन्हें दो साल के लिये एक-एक हजार रुपये प्रतिमाह स्वयं सहायता भत्ता मिलेगा. यह भत्ता 20 से 25 वर्ष आयु वर्ग के इच्छुक युवाओं को देय होगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे युवाओं की योग्यता बढ जायेगी. एक व्यक्ति दो प्रकार का लाभ नहीं ले सके, इसके लिये आधार नंबर होना आवश्यक है. हम किसी को सहायता देंगे तो बैंक के माध्यम से देंगे. बैंक खाते को आधार कार्ड के साथ लिंक होना चाहिये.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के सुशासन के कार्यक्रम 2016 से 2020 के अन्तर्गत विकसित बिहार के लिए सरकार के सात निश्चय से संबंधित योजनाओं के लिये बैंक की शर्त मंजूर है. पैसा नहीं डूबने की गारंटी बिहार सरकार की है. ससमय बिहार सरकार बैंक को भुगतान करेगी.

 

 



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment