गांधी मैदान में सीएम नीतीश के साथ 27 मंत्री भी लेंगे शपथ

Last Updated 20 Nov 2015 10:42:24 AM IST

बिहार में पटना का गांधी मैदान शुक्रवार को एक बार फिर ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनेगा, जब जदयू नेता नीतीश कुमार पांचवीं बार सूबे की सत्ता संभालेंगे.


नीतीश के डिप्टी होंगे तेजस्वी (फाइल फोटो)

राजद सुप्रीमो के पुत्र तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेवारी सौंपी जायेगी. गांधी मैदान में आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की सभी तैयारी पूरी कर ली गयी है. शुक्रवार को अपराह्न दो बजे राज्यपाल रामनाथ कोविंद जदयू नेता नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायेंगे.

नीतीश कुमार के साथ 27 और मंत्री भी शपथ लेंगे. राजद के 12, जदयू के 11 एवं कांग्रेस के चार नेता मंत्री पद की शपथ लेंगे. नीतीश कुमार कुछ दिन बाद मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे, जिसमें शेष बचे आठ लोगों को मंत्री पद की शपथ दिलायी जायेगी.

विजय कुमार चौधरी या अब्दुल बारी सिद्दीकी में से किसी एक को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है. जदयू के जिन लोगों को मंत्री पद की शपथ दिलाये जाने की संभावना है, उनमें श्रवण कुमार, बिजेन्द्र प्रसाद यादव, नरेन्द्र नारायण यादव, जय कुमार सिंह, महेश्वर हजारी, ललन सिंह, कपिलदेव कामत, मदन साहनी, संतोष निराला और विजय मिश्रा के नाम शामिल हैं.

वहीं राजद से वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, लालू प्रसाद के दोनों पुत्र तेजस्वी यादव व तेजप्रताप यादव, आलोक मेहता, अनिता देवी, शिवचंद्र राम, विजय प्रकाश, राम विचार राय, चन्द्रिका राय, चंद्रशेखर और विजय प्रकाश के नाम मंत्री पद की शपथ लेने वालों की सूची में शामिल हैं.

कांग्रेस के अशोक चौधरी, मदन मोहन झा, अवधेश सिंह व अब्दुल जलील मस्तान को मंत्री पद की जिम्मेवारी मिल सकती है. शपथ ग्रहण समारोह में नौ राज्यों के मुख्यमंत्री और कई बड़ी राजनीतिक हस्तियां भी शामिल होंगी. शपथ ग्रहण समारोह को भव्य और यादगार बनाने के लिए महागठबंधन के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश की कई बड़ी हस्तियों को आमंत्रित किया है.

नीतीश के आमंत्रण को प्रधानमंत्री ने स्वीकार कर लिया लेकिन पहले से निर्धारित कार्यक्रमों में व्यस्त रहने के कारण उन्होंने समारोह में शामिल होने में असमर्थता व्यक्त की और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू तथा कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजीव प्रताप रूडी को अपने प्रतिनिधि के तौर पर शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शिरकत करने को कहा है.

भाजपा के वरिष्ठ नेता व फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा और केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह समारोह में हिस्सा नहीं ले पायेंगे. नीतीश कुमार व लालू प्रसाद यादव से नजदीकियों के कारण यह अनुमान लगाया जा रहा था कि ‘‘बिहारी बाबू’ शत्रुघ्न सिन्हा शपथ ग्रहण समारोह में अवश्य भाग लेंगे, लेकिन किसी निजी कार्य में व्यस्त रहने के कारण वे समारोह में नहीं आयेंगे.

केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण समारोह में हिस्सा नहीं ले पायेंगे. राधामोहन सिंह ने नीतीश कुमार को भेजे पत्र में उन्हें महागठबंधन का नेता चुने जाने पर बधाई देते हुए कहा है कि आपका कार्यकाल उज्ज्वल रहे.

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय चरागाह सम्मेलन में व्यस्तता के कारण वह समारोह में शामिल नहीं हो पायेंगे. भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी शपथ समारोह में भाग लेंगे.

इसके साथ ही महागठबंधन ने नीतीश के शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा का विरोध करने वाले दलों की एकजुटता दिखाने की भी भरसक कोशिश की है और इस क्रम में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और कई अन्य राजनीतिक हस्तियों को फोन कर उनसे शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने का आग्रह किया है.

समारोह में भाजपा विरोधी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के नेताओं के शामिल होने को नये राजनीतिक गठजोड़ के रूप में भी देखा जा रहा है. ऐसी संभावना है कि इस गठजोड़ का असर संसद में और संसद के बाहर भी देखा जायेगा.

मुख्यमंत्री कार्यालय ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले मेहमानों की सूची जारी की है जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवीगौड़ा, राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार, नेशनल कॉन्फ्रेंस सुप्रीमो फारुख अब्दुल्ला और लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकाजरुन खड़गे शामिल हैं.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई, मणिपुर के मुख्यमंत्री ओ इबोबी सिंह और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री नबम तुकी ने समारोह में शामिल होने की सहमति दे दी है.

राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पटना आ रहे हैं. समारोह में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी, हेमंत सोरेन, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह बाघेला, मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता डी राजा के आने की पुष्टि हो गयी है.

इसके साथ ही समारोह में द्रमुक के नेता एमके स्टालिन, राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष अजित सिंह और राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल, इंडियन नेशनल लोक दल के नेता अभय चौटाला, भरिपा बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश अम्बेडकर, पूर्व सांसद राम जेठमलानी, सांसद राज बब्बर और वरिष्ठ पाकार एचके दुआ भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे.

शिवसेना ने भी कुमार का आमंत्रण स्वीकार कर लिया है और पार्टी नेता एवं महाराष्ट्र सरकार में मंत्री राम दास कदम और सुभाष देसाई समारोह में शामिल होने आ रहे हैं.

गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किये जाने के तत्काल बाद नीतीश और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि इसका राष्ट्रीय राजनीति पर असर होगा और इसके दूरगामी परिणाम होंगे. उन्होंने कहा था कि बिहार के लोगों ने नरेन्द्र मोदी सरकार की कार्यशैली को खारिज कर दिया है और इससे राष्ट्र के मूड का भी पता चल रहा है.

नीतीश और लालू ने दावा किया था कि जनता 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों का अब इंतजार नहीं करेगी. उन्होंने संकेत दिया था कि भाजपा विरोधी दल नरेन्द्र मोदी सरकार को चुनावों से पहले ही धराशायी करने का प्रयास करेंगे.



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