बिहार विधान परिषद में रिकॉर्ड 94 फीसदी मतदान
बिहार में विधान परिषद के 24 सीटों के लिए हुए चुनावों में रिकॉर्ड 94 फीसदी मतदान हुआ है. इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले इसे सेमीफाइनल के तौर पर लिया जा रहा है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधान परिषद चुनाव में वोट डालते हुए. |
चुनाव आयोग ने कहा कि ये आंकड़े अंतिम नहीं हैं क्योंकि विभिन्न जिलों से मतदान के अंतिम आंकड़े अगले कुछ दिनों के अंदर आएंगे.
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर. लक्ष्मणन ने कहा, ‘‘आज के चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी काफी अच्छी रही और 1.39 लाख मतदाताओं में से 94 फीसदी ने मतदान किए. जिलों से अंतिम आंकड़े आने के बाद मत प्रतिशत में बढ़ोतरी हो सकती है.’’
उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री पी. के. शाही और सड़क निर्माण मंत्री ललन सिंह सहित विभिन्न उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के 15 मामले दर्ज किए गए.
उन्होंने कहा कि शाही और सिंह के खिलाफ सरकारी वाहन के प्रयोग और मतदान के दौरान लाल बत्ती लगाने जैसे आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया. दोनों मंत्रियों ने बाद में गांधी मैदान थाने में आत्मसमर्पण किया और वहां से जमानत ली.
लक्ष्मणन ने कहा कि बेगूसराय और खगड़िया जैसे विभिन्न स्थानों से चुनाव आयोग के उड़न दस्ते ने करीब तीन लाख रूपये नकदी जब्त किए.
534 मतदान केंद्रों पर चुनाव हुए और नालंदा में सबसे ज्यादा 98.71 फीसदी मतदान हुआ. इसके बाद सारन में 98.42 फीसदी और भोजपुर में 98.28 फीसदी वोट पड़े जबकि औरंगाबाद और सीवान जिलों में से प्रत्येक में 98.05 फीसदी मतदान हुआ.
पटना में 92.8 फीसदी जबकि सबसे कम दरभंगा में 80 फीसदी वोट पड़े. सहरसा-मधेपुरा-सुपौल दूसरा क्षेत्र है जहां 90 फीसदी से कम वोट पड़े.
राजद, जद यू, कांग्रेस और राकांपा गठबंधन तथा भाजपा नीत राजग गठबंधन ने सभी 24 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे.
राजद और जद यू ने दस-दस सीटों पर चुनाव लड़ा जबकि कांग्रेस ने तीन और राकांपा ने एकमात्र सीट पर अपना उम्मीदवार उतारा था. राजग में भाजपा ने 18 सीटों पर, लोक जनशक्ति पार्टी ने चार और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने दो सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे.
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