जब तक मैं हूं, जंगलराज नहीं लौटने दूंगा : नीतीश

Last Updated 25 Jun 2015 06:20:15 AM IST

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, ‘जब तक मैं हूं, जंगलराज कभी नहीं लौट सकता. मैंने कानून का राज स्थापित किया है और यह जारी रहेगा.’


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

आगामी विधानसभा चुनावों के लिए जदयू और लालू प्रसाद के राजद के बीच गठबंधन के बाद ‘जंगलराज’ लौटने की आशंकाओं को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को अपने आवास पर कहा कि उनके रहते जंगलराज लौटने का सवाल ही नहीं उठता.

नीतीश ने कहा, ‘जब तक मैं हूं, जंगलराज कभी नहीं लौट सकता. मैंने कानून का राज स्थापित किया है और यह जारी रहेगा.’ वह नवम्बर 2005 से ही मुख्यमंत्री हैं लेकिन बीच में थोड़े वक्त के लिए जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री बने थे. जदयू और राजद के बीच गठबंधन के बाद विपक्षी भाजपा ने ‘जंगलराज’ के लौटने का मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा कि लोगों के दिमाग से भय (अपराध का) खत्म हो गया है. गठबंधन पर भाजपा की टिप्पणियों का प्रतिवाद करते हुए नीतीश ने कहा कि पार्टी अल्पसंख्यकों का भय दिखाकर बहुसंख्यक हिन्दू समुदाय का वोट हासिल करना चाहती है और ‘जंगलराज’ का राग अलाप रही है.

उन्होंने कहा, ‘राज्य में केवल उसी पार्टी को सरकार बनाना चाहिए जो इसकी प्रगति के लिए काम कर सके.’ झारखंड का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां भाजपा की सरकार है. ‘कोई भी निर्णय रांची में नहीं किया जाता, दिल्ली से व्हाट्सएप्प के माध्यम से आदेश आता है. झारखंड की सरकार दिल्ली के निर्देश पर काम कर रही है.’ उन्होंने कहा, ‘बिहार के लोग स्वाभिमानी होते हैं जो नहीं चाहेंगे कि राज्य की सरकार दिल्ली के निर्देश पर चले.’ मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के लोग परेशान हैं. जदयू के साथियों ने पहले से ही होर्डिग बुक करा लिया. पहले भाजपा वाले होर्डिग बुक करा लेते थे, इस बार पीछे हो गये तो परेशान हैं.

साढ़े सात वर्षों तक मेरे साथ काम करने वालों को कोई परेशानी नहीं हुई. आज होर्डिग में मेरा चेहरा देखते हैं तो उनको हमसे नफरत होती है. उन्होंने कहा कि बिहार में उसी दल की सरकार होनी चाहिये, जो काम कर सके. उन्होंने कहा कि मेरे रहते हुए बिहार में जंगलराज नहीं आयेगा. बिहार में कानून का राज मैंने कायम किया है और यह कायम रहेगा. उन्होंने कहा कि गया के डॉक्टर दंपति का अपहरण हो गया था. बुद्ध पूर्णिमा के दिन हम गया गये हुये थे. हमने डॉक्टर दंपति के परिजनों से मिलकर कहा कि आपलोगों की चिन्ता स्वाभाविक है. मैंने घटना को चुनौती के रूप में लिया कि हर हालत में अपहृत की बरामदगी होगी और अपहर्ता को कड़ी सजा मिलेगी. तीन दिनों के अंदर अपहृत की बरामदगी हुई और अपहर्ता को सजा मिली.

उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों के मन में किसी प्रकार का प्रश्न उत्पन्न करे, वैसी घटनाओं को हम सही ढंग से टैकल करते हैं. मेरे पास बिहार के विकास एवं बिहार की जनता के लिए काम करने के सिवाय कोई काम नहीं है और न ही इसके सिवाय कोई काम आता है. मैं दिन-रात बिहार के विकास एवं बिहार की जनता के कल्याण के लिए तत्पर एवं प्रयत्नशील रहता हूं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार और आगे बढ़े, इसमें केन्द्र को सहयोग करना चाहिये लेकिन भाजपा के लोग मजाक बनाते रहते हैं. बिहार में आधारभूत संरचना एवं सड़क की स्थिति में सुधार हुआ. 15 अगस्त 2012 को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में हमने घोषणा की थी कि 2015 तक बिजली की स्थिति में सुधार नहीं लायेेंगे तो वोट मांगने नहीं जायेंगे.

उन्होंने कहा कि आज बिजली की स्थिति में पूरे बिहार में काफी सुधार हुआ है. लोग एसी में आराम से सोते हैं. लोगों को बिजली के बिल का भी भुगतान करना चाहिये. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग कहते हैं कि केन्द्र सरकार बिहार को बिजली दे रही है. हम कहते हैं कि राज्य सरकार बिजली आपूर्ति का भुगतान करती है. बिजली कम्पनियों को सब्सिडी देती है. अगर केन्द्र सरकार बिहार को मुफ्त में बिजली दे तथा बिजली कम्पनियों को सब्सिडी दे तो हम कहेंगे कि केन्द्र सरकार बिहार को बिजली देती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से गली-गली, मुहल्ले-मुहल्ले में बैठक कर पर्चा पर चर्चा शुरू हो गयी है. आप सभी लोग हर लोगों से पूछिये कि आपके खाते में 15 से 20 लाख रुपये आया.

प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने लोकसभा चुनाव के पूर्व कहा था कि हम विदेशों से काला धन लायेंगे और 15 से 20 लाख रुपये हर परिवार को देंगे. 15 करोड़ 60 लाख लोगों को प्रधानमंत्री जन-धन योजना में खाता खुल गया है, वैसे लोगों के खाता में 15 से 20 लाख रुपये सीधे ट्रांसफर कर दें. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के अध्यक्ष कहते हैं कि यह जुमला था. हम जुमले की बात कब तक सहेंगे. 2 जुलाई से घर-घर दस्तक का कार्यक्रम शुरू हो जायेगा. जदयू के हर साथी को दस घरों में दस्तक देनी होगी. आठ दिन बाद विधानसभा क्षेत्रवार सम्मेलन होगा.  राज्य में बिजली, पानी, आधारभूत संरचना का विकास, कानून का राज कायम एवं कृषि का विकास हुआ. अगले दस वर्षों में बिहार कैसा होगा, चालीस हजार गांवों में सरकार की एजेंसी जायेगी.

लोगों से सवाल पूछेगी कि अगले साल में क्या होना चाहिये. जितने सलाह आयेंगे, उन सबको लिपिबद्ध करके अध्ययन करेंगे. उसी के अनुरूप बिहार के विकास के लिए दृष्टिपत्र तैयार होगा. भाजपा के लोगों को यह भी सहन नहीं हुआ. उन्होंने निर्वाचन आयोग में शिकायत कर 10 जुलाई तक रोक लगवा दी. उन्होंने कहा कि ‘बढ़ चला बिहार’ से विधान परिषद चुनाव के मद्देनजर लगाये गये आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं होता है. उन्होंने कहा कि 11 जुलाई से सरकारी एजेंसी लोगों से राय लेगी, कैसा बिहार बनना चाहिये. भाजपा वाले किस-किस चीज को रोक पायेंगे.

उन्होंने कहा कि जो लोग बिहार के विकास के लिए चिन्तित हैं, उन्हें गोलबंद होना चाहिये. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपसी प्रेम, सामाजिक सौहाद्र्र, पारस्परिक सद्भाव का माहौल रहे तो दुनिया की कोई भी ताकत आगे बढ़ने से रोक नहीं सकती. उन्होंने कहा कि बिहार समागम में हमसे पूछा गया कि आप दस वर्षों के कार्य से संतुष्ट हैं. हमने कहा कि बहुत काम हुआ है, बहुत काम होना बाकी है. हम अपने काम से संतुष्ट हो जायेंगे तो आगे क्या करेंगे, संतुष्ट तो जनता को होना है. हम जनभावना को ख्याल में रखते हुए काम करते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार का इतिहास गौरवशाली रहा है. बिहार निश्चित रूप से फिर से अपने गौरव को प्राप्त करेगा.



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