बिहार में बिहटा के आंदोलनकारी किसान ने तोड़ा दम

Last Updated 23 May 2015 06:05:27 AM IST

भूमि अधिग्रहण में मुआवजे की मांग को लेकर 14 दिनों से सत्याग्रह कर रहे किसानों में से एक कौशल किशोर पाण्डेय की शुक्रवार को मौत हो गयी.


मृत किसान के रोते बिलखते परिजनों को संभालते ग्रामीण.

राजधानी पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. मृत किसान बिहटा प्रखंड के दिलावरपुर गांव के निवासी थे. उनकी मौत की खबर जंगल की आग की तरह फैल गयी और किसानों का गुस्सा फूट पड़ा.

किसानों ने राज्य सरकार पर दमनात्मक रवैये का आरोप लगाते हुए पटना-औरंगाबाद मुख्य पथ पर शव रखकर यातायात ठप कर दिया और हंगामा मचाने लगे. आक्रोशित ग्रामीण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हस्तक्षेप की मांग कर रहे थे. मौके पर पहुंची बिहटा पुलिस पर किसानों का हुजूम टूट पड़ा और पुलिस को बैरंग वापस लौटना पड़ा.

पुलिस ने जब हल्का बल प्रयोग करने का प्रयास किया तो किसानों ने पथराव कर दिया. इस बीच बिहटा के व्यवसायी किसानों के समर्थन में अपनी अपनी दुकानें बंद कर सड़क पर उतरे गये. किसानों के आक्रोश को देखकर मेगा औद्योगिक पार्क के लिए अधिग्रहित भूमि में चल रहे निर्माण कार्य से जुड़े लोग भी काम बंद कर फरार हो गए.

मालूम हो, आठ वर्ष पूर्व मेगा औद्योगिक पार्क योजना के तहत बिहटा के विभिन्न मौजा के तहत करीब 2200 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गयी थी लेकिन अधिग्रहण से प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा राशि नहीं मिली. दो वर्ष पूर्व किसानों ने कौशल किशोर पाण्डेय के नेतृत्व में पंद्रह दिनों तक आमरण अनशन किया था. तब पटना के डीएम ने अनशन स्थल पर पंहुच पंद्रह दिनों के अंदर मुआवजा राशि भुगतान करने का भरोसा देते हुए किसानो का अनशन तुड़वाया था. लेकिन दो साल बाद भी किसानों को मुआवजे की उचित राशि नहीं मिली.

मुआवजा नहीं मिलने से हताश किसानों ने बाध्य होकर बीते 9 मई से स्वामी सहजानंद सरस्वती के आश्रम में सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया. सरकार की उदासीनता को देखते हुए बीते बृहस्पतिवार को पूर्व से आयोजित कार्यक्रम के तहत किसानों ने पैदल मार्च किया. प्रखंड मुख्यालय पर जाने के दौरान रास्ते में किसान कौशल किशोर पाण्डेय और देवनंदन राय बेहोश होकर गिर पड़े जिसके  बाद किसानों ने दोनों को बिहटा रेफरल अस्पताल में भर्ती करवाया. चिकित्सक ने पाण्डेय का प्राथमिक उपचार कर गंभीर अवस्था में बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया.

शुक्रवार को सुबह इलाज के दौरान कौशल किशोर पाण्डेय ने दम तोड़ दिया. मृतक किसान बिहटा प्रखंड के दिलावरपुर निवासी स्व, रामप्रवेश पाण्डेय के तीन पुत्रों में से एक थे. तीन भाइयों में कौशल किशोर पाण्डेय, अजीत पाण्डेय तथा कुमुद किशोर पाण्डेय हैं जिनमें कौशल की साढ़े तीन एकड़ जमीन अधिग्रहित की गयी थी. इधर डीएम अभय कुमार सिंह ने कहा कि एसएसपी जितेन्द्र राणा और दानापुर उपमंडलीय अधिकारी राहुल कुमार के साथ वह खुद विरोध प्रदर्शन करने वालों से बात कर रहे हैं ताकि सड़क से जाम को हटाया जा सके. मालूम हो, स्थानीय प्रखंड मुख्यालय के स्वामी सहजानंद आश्रम में मेगा औद्योगिक पार्क के लिये किये गए भूमि अधिग्रहण में मुआवजे की मांग को लेकर किसान पिछले 14 दिनों से अनिश्चितकालीन सत्याग्रह पर बैठे हैं.



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