बिहार में भूकंप से 17की मौत, कई घायल
नेपाल में आये भूकंप का बिहार में असर पड़ा है. यहां अब तक 17 लोगों के मारे जाने की खबर है. भारी जानमाल की तबाही हुई है.
बिहार में भूकंप |
बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष सचिव अनिरूद्ध कुमार ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक भूकंप के कारण 17 लोगों की मौत और 48 अन्य के घायल हो गए हैं.
उन्होंने बताया कि भूकंप के कारण पूर्वी चंपारण जिला में 6, सीतामढी में चार, दरभंगा में दो तथा सारण, सुपौल, अररिया, पश्चिम चंपारण एवं शिवहर एक-एक व्यक्ति की मौत हो गयी है.
अनिरूद्ध ने बताया कि प्रदेश के पश्चिम चंपारण, शेखपुरा, किशनगंज, पूर्वी चंपारण, शिवहर, नालंदा, दरभंगा, मुंगेर सहित अन्य जिलों में भूकंप के कारण दीवार गिरने, दहशत में छत से कूदने, जान बचाकर भागने के क्रम में गिरने सहित अन्य हादसों में 48 लोग घायल हो गए हैं.
दिल्ली में मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक पी के ठाकुर से फोन पर स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिए.
पी के ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के मुताबिक प्रदेश के सभी जिलों के थाना स्तर के अधिकारियों को वायरलेस पर निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में निकलें और भूकंप के कारण हुई क्षति के बारे में पता लगाएं.
बिहार में आए भूकंप को लेकर मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वार्ता हुई है और वह बीच में अपनी दिल्ली यात्रा स्थगित कर पटना वापस लौट रहे हैं.
केंद्रीय खाद्य एवं जनवितरण मंत्री रामविलास पासवान ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन कर बिहार के बारे जानकारी मांगी है.
पीएम ने मांगी हालात की जानकारी
अपने पिता की पुण्यतिथि पर खगड़िया जिला गए हुए पासवान ने बताया कि प्रधानमंत्री ने उन्हें फोनकर बिहार के हालात के बारे में जानकारी मांगी है.
राजधानी पटना सहित प्रदेश के अन्य भागों में भूकंप के बार-बार झटके महसूस होने पर लोग अपने घरों, दुकानों और अन्य प्रतिष्ठानों से बाहर सड़कों पर निकल आए और कई स्थानों पर लोग दहशत में भागने के क्रम में गिरकर घायल भी हो गए.
राजधानी पटना शहर स्थित कुर्जी अस्पताल में बच्चों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में भाग ले रहे बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी और खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक भूकंप के झटके महसूस होने पर कार्यक्रम में भाग ले रहे बच्चों सहित खुले स्थान की ओर भागे.
मौसम विभाग के वैज्ञानिक ए के सेन ने बताया कि अगले 48 घंटे के दौरान दरभंगा, अररिया, किशनगंज सहित नेपाल से सटे प्रदेश के अन्य इलाकों में भूकंप के और भी झटके महसूस होने की आशंका है जिसके बारे में राज्य सरकार को अलर्ट कर दिया गया है.
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यासजी ने आगे भी भूकंप के झटके आ सकने की आशंका के मद्देनजर प्रदेश वासियों से अपील की है कि जैसे ही इस तरह के झटके आए वे अपने-अपने घरों के बाहर आ जाएं.
जानमाल की तबाही
ऐसी स्थिति में घर से बाहर आ जाना सर्वोत्म उपाय है क्योंकि भूकंप के कारण मकानों के गिरने से नुकसान होता है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के वैसे जिले जहां भूकंप के कारण अधिक क्षति की आशंका है वहां इससे संबंधित जानकारी मिलने पर राहत और बचाव कार्य चलाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें पटना से रवाना की जा रही हैं.
व्यासजी ने बताया कि एनडीआरएफ की टीमें मुजफ्फरपुर, दरभंगा एवं गोपालगंज के लिए रवाना की जा रही हैं जबकि नेपाल की सीमा से सटे जिलों के लिए पूर्णिया, खगड़िया, सीतामढ़ी और मधुबनी में एसडीआरएफ की टीमें भेजी जा रही हैं. दक्षिण बिहार के गया जिला के लिए एसडीआरएफ की एक टीम भेजी जा रही है.
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