बिहार में ओले के साथ पड़ सकती है तेज बौछार
पटना समेत पूरे बिहार में स्थानीय चक्रवात से अगले दो-तीन दिनों में हल्की बारिश हो सकती है.
बिहार में बारिश की संभावना |
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि इसका प्रभाव अगले तीन-चार दिनों तक बना रहेगा और विभिन्न जिलों में वर्षों की तेज बौछारों के साथ ओला वृष्टि हो सकती है.
पटना मौसम विज्ञान केन्द्र के मुताबिक पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर बांग्ला देश तक आद्र्रतायुक्त लेयर का एक ‘ट्रफ लाइन’ बन गया है. इस वजह से, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिमी बंगाल तथा उड़ीसा में काल वैशाखी की स्थिति बन गई है.
दरअसल, ग्रीष्म ऋतु में उत्तर-पश्चिम भारत में स्थित मरुस्थल पर मिलनेवाला न्यूनतम वायुदाब क्षेत्र बढ़कर सम्पूर्ण छोटा नागपुर पठार को भी आवृत्त कर लेता है, जिसके कारण स्थानीय एवं सागरीय आद्र हवाओं का परिसंचरण इस ओर प्रारंभ हो जाता है और स्थानीय प्रबल तूफानों का जन्म होता है.
मूसलाधार वर्षा एवं ओलों के गिरने से यहां तीव्रगति वाले प्रचण्ड तूफान भी बन जाते हैं, जिनका कारण स्थलीय गर्म एवं शुष्क वायु का सागरीय आद्र वायु से मिलना है.
इस बीच यहां तापमान बढ़ने और हवा की तीव्रता की वजह से अलग-अलग स्थानों पर बादल और फिर स्थानीय बारिश होती है. ऐसा वायुमंडल में नमी रहने के कारण होता है, इस बार इसका असर प्रचुरता से दिख रहा है.
मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 21 डिग्री तथा अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
इसी तरह गया का अधिकतम तापमान 35.7 और न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री तथा भागलपुर का अधिकतम तापमान 28.2 तथा न्यूनतम तापमान 23.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि आगामी दो-तीन दिनों तक यहां के आसमान में हल्के बादल छाये रहेंगे और कभी भी तेज गरज के साथ थोड़ी-बहुत बारिश हो सकती है.
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