युवाओं को बनाएं हुनरमंद : नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि है कि सूबे में काम की नहीं, स्किल्ड लेबर की कमी है.
पटना में शनिवार को स्किल कॉनक्लेव में मुख्यमंत्री का संबोधन. |
राज्य में युवाओं की संख्या देश में सबसे अधिक है. यदि उन्हें हुनरमंद नहीं बनाया जाएगा तो सूबे में बेरोजगारों की फौज खड़ी हो जाएगी.
मुख्यमंत्री श्रम संसाधन विभाग व सीआईआई द्वारा आयोजित स्किल कॉनक्लेव का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बिहार में युवाओं की संख्या देश में सबसे ज्यादा है. उन्हें प्रशिक्षित कर उनकी ऊर्जा का इस्तेमाल करना है.
अगर हम उन्हें स्किल्ड नहीं कर पाये तो बेरोजगारों की फौज खड़ी हो जायेगी जिसे रोकना आसान नहीं होगा. रोजगार के लिए स्किल चाहिये. हम युवा आबादी की ऊर्जा का बेहतर इस्तेमाल कर विकास की रफ्तार को तेज कर सकते हैं. विकास होगा तो रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. विकास का मतलब कुछ क्षेत्रों या कॉरपोरेट या कुछ लोगों के विकास से नहीं है.
विकास का मतलब है न्याय के साथ विकास. हर क्षेत्र और हर तबके का विकास. विकास ऐसा हो जो सब महसूस कर सकें. उन्होंने कहा कि विकास के लिए शिक्षा, प्रशिक्षण व हुनर की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि जो लोग पैदा होते हैं, वे अवसर से आगे बढ़ते हैं. उन्हें किस प्रकार का माहौल मिला व किस तरह का प्रशिक्षण मिला, यह उनके आगे बढ़ने के लिए आवश्यक है. जन्म से कुछ ही लोग विलक्षण प्रतिभा के धनी होते हैं.
कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो सीख ही नहीं पाते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा सारा फोकस शिक्षा पर होना चाहिये. हमलोगों ने एक करोड़ लोगों को हुनरमंद बनाने का फैसला लिया है. 2013 में हमने लक्ष्य निर्धारित किया कि पांच वर्षो में एक करोड़ लोगों को हुनरमंद बनाया जाना है. इसके लिए स्किल डेवलपमेंट मिशन बनाया गया. 17 विभागों को इससे जोड़ा गया है.
उनसे पूछा गया कि आप कितने लोगों को हुनरमंद बना सकते हैं. अलग-अलग विभागों से यह कहा गया कि आप युवाओं का स्किल डेवलप करना चाहते हैं तो ऐसी संस्था होनी चाहिये जो लोगों को ट्रेंड करे तथा ट्रेनिंग देने वाले ट्रेनर हों. बाजार का आकलन करके किस प्रकार के स्किल डेवलप लोगों की मांग है, इसका आकलन कर कार्रवाई करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार झारखंड बंटवारे के बाद होटल व्यवसाय पूर्णत: समाप्त हो गया था. अब बिहार की प्रगति के साथ साथ होटल व्यवसाय अपने चरम पर पहुंच गया है. आज कैटरिंग में बहुत सारे लोगों की जरूरत है. बढ़िया कैटरर के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि हम जदयू कैम्प में कैटरर को जब राजगीर ले जाते हैं तो वहां खाना तो अपनी देखरेख में बनवाते हैं, लेकिन कैटरर की सफाई पर ध्यान देते हैं. कैटरर को कहते हैं कि बाल कटा लें, नाखून कटा लें तथा राजगीर कुंड में स्नान करके खाना बनाने व खिलाने का काम करें. उन्होंने कहा कि गुणवत्तायुक्त कौशल संवर्धन होना चाहिये.
हमारा यह मिशन होना चाहिये कि कौशल विकास के लिए क्या प्रशिक्षण देना चाहिये और किस काम के लिए प्रशिक्षण देना चाहिये. इसके लिए ट्रेनर और ट्रेनिंग की आवश्यकता है. ट्रेनिंग का जो भी सेन्टर हो उसका ठीक से सेलेक्शन हो. सर्टिफिकेट देने के लिए विश्वसनीय एजेंसी होनी चाहिये जो यह सर्टिफाई करे कि किस विधा में प्रशिक्षित हैं. सीआईआई की भूमिका युवाओं को ट्रेंड करने की होनी चाहिये.
उन्होंने लक्ष्य के अनुरूप सूबे में युवाओं को कौशलयुक्त नहीं करने पर चिंता प्रकट की. उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों को सिर्फ लम्बे नोट लिख देने से काम नहीं चलेगा. बेसिक चीज यह है कि कैसे काम होगा. हमलोग लोगों के बीच रहते हैं, लोगों से मिलते हैं, उनसे मिली जानकारी के अनुसार राज्य के विकास का काम करते हैं. स्किल डेवलपमेंट की गाड़ी आज अटकी पड़ी है.
उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों को रुचि लेकर स्किल डेवलपमेंट के लक्ष्य को पूरा करना चाहिये. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार जैसे राज्य में स्किल डेवलपमेंट का ट्रेनिंग सेंटर चलाना चाहते हैं तो ऑफटाइम में स्कूल व कॉलेज में ट्रेनिंग सेन्टर चला सकते हैं. इस अवसर पर श्रम संसाधन मंत्री दुलाल चन्द गोस्वामी ने कहा कि राज्य सरकार ने पांच वर्षो में एक करोड़ लोगों को कौशलयुक्त करने का लक्ष्य रखा है.
इस दिशा में सरकार सूबे के हर विश्वविद्यालय तथा हर कॉलेज में कौशल विकास केन्द्र की स्थापना करेगी. समारोह में सीआईआई के इस्टर्न रीजन के अध्यक्ष एडमिरल (रिटार्यड) अनिल कुमार वर्मा ने भी सारगर्भित भाषण दिया.
श्रम संसाधन सचिव एस सिद्धार्थ ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न देकर स्वागत किया. समारोह में विकास आयुक्त एसके नेगी, कृषि उत्पादन आयुक्त विजय प्रकाश, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव धर्मेन्द्र सिंह गंगवार, प्रधान सचिव उद्योग त्रिपुरारी शरण, आईएएस पंकज दीक्षित समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारी व एनजीओ के प्रतिनिधि मौजूद थे.
Tweet |