पुलिस के हत्थे चढ़े जालसाज दंपति
पटना के शास्त्रीनगर थाने के शिवपुरी इलाके में बुधवार को शिलांग और पटना पुलिस की संयुक्त छापेमारी में एक जालसाज दंपति को गिरफ्तार किया गया.
बिहार में पुलिस के हत्थे चढ़े जालसाज दंपति. |
दोनों टेक्नोग्लोबल यूनिवर्सिटी के नाम से फर्जी संस्थान चलाते थे. उनके घर से पुलिस को 17 लाख नकद व भारी संख्या में जाली प्रमाणपत्र मिले हैं.
शिलांग पुलिस दंपति संजीव श्रीवास्तव व पूजा श्रीवास्तव को अपने साथ शिलांग ले गयी है. जालसाज दंपति के घर से राज्य और राज्य के बाहर के कई विविद्यालयों के तकनीकी संस्थानों के फर्जी प्रमाणपत्र के अलावा मुहर व अन्य कागजात मिले हैं.
एसएसपी जितेन्द्र राणा के निर्देश पर शास्त्रीनगर पुलिस ने शिलांग पुलिस को मदद कर जालसाजी के मामले के आरोपित संजीव और उनकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया. डीएसपी सचिवालय के मुताबिक वर्ष 2013 में फर्जी सर्टिफिकेट पकड़े जाने के बाद शिलांग विश्वविद्यालय के कु लपति ने जालसाजी का मामला लांवांग थाने में दर्ज कराया था. फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्र शिलांग के मौलाई में पकड़ में आये थे. इस संबंध में शिलांग पुलिस ने फर्जी सर्टिफिकेट सिंडिकेट के कुछ सदस्यों को कोलकाता में छापेमारी कर दबोच लिया था.
दबोचे गये आरोपितों के बयान व अनुसंधान में पटना के शिवपुरी इलाके में स्थित रामचंद्र इनक्लेव के फ्लैट नंबर 201 के निवासी संजीव श्रीवास्तव और पूजा श्रीवास्तव का नाम आया था. पुलिस को जांच में पता चला था कि संजीव और उसकी पत्नी द्वारा संचालित टेक्नोग्लोबल यूनिवर्सिटी के माध्यम से ही देश के कई तकनीकी विश्वविद्यालयों के प्रमाणपत्र बेचे जाते हैं.
डीएसपी सचिवालय के मुताबिक मामले में संजीव और उसकी पत्नी का नाम सामने आने के बाद शिलांग के लावांग थाने के इंस्पेक्टर बीके मिश्रा पटना पहुंचे. उन्होंने एसएसपी से मिलकर मामले की जानकारी दी. एसएसपी के निर्देश पर शास्त्रीनगर पुलिस ने शिवपुरी के रामचंद्र इनक्लेव में छापेमारी की.
पुलिस के मुताबिक संजीव अपने घर से ही संस्थान का संचालन करता था. तलाशी में संजीव के घर से 17 लाख नकद के अलावा भारी संख्या में फर्जी प्रमाणपत्र और कई लोगों के नाम एक डायरी में मिली है. पूछताछ के क्रम में दंपति ने स्वीकार किया कि वे मेघालय की टेक्नोग्लोबल कम्पनी के नाम पर जाली प्रमाणपत्र तैयार किया करते थे और इससे लाखों रुपयों की कमाई होती थी.
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