हिंदू विधवा ने बचाई 15 मुसलमानों की जान

Last Updated 22 Jan 2015 05:53:28 AM IST

मुजफ्फरपुर जिले के सरैया थाना क्षेत्र का अजीजपुर बलियारा गांव जब सांप्रदायिक आग में झुलस रहा था तब एक विधवा शैल देवी ने 15 मुसलमानों की जान बचाई.


दंगा पीड़ित को मुआवजे का चेक देते सीएम.

रविवार को पांच हजार से ज्यादा की बेकाबू भीड़ ने पड़ोसी गांव पर हमला बोल दिया था. शैल देवी इसी गांव की निवासी हैं. गांव की बहुसंख्यक आबादी मुस्लिम है. दूसरे समुदाय के एक युवक के अपहरण और फिर हत्या के बाद तनावपूर्ण माहौल था. गुस्साई भीड़ ने इस गांव को निशाने पर लिया और 25 से ज्यादा घरों में आग लगा दी. इसमें चार लोग मारे गए थे. मुख्यमंत्री ने बुधवार को हिंसाग्रस्त गांव का दौरा किया और शैल देवी को 51 हजार रुपए देकर सम्मानित किया.

मुख्यमंत्री ने  पीड़ित परिवारों के क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत के लिए एक लाख रुपए मुआवजे के तौर पर देने की घोषणा की. साथ ही अजीजपुर गांव की विधवा शैल देवी को गांव के मो. जहूर सहित तीन लोगों के परिवार के 15 लोगों को अपने घर में सुरक्षित रखकर जान बचाने के लिए 51 हजार रुपए का चेक देकर सम्मानित किया. मुख्यमंत्री ने झांसी की रानी बन कर लोगों की जान बचाने के लिए शैल देवी की प्रशंसा की.

शैल देवी की दो बेटियों की पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री ने 20-20 हजार रुपए दिये. साथ ही दोनों बेटियों को इंदिरा आवास प्रदान करने की घोषणा की. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शैल देवी को उसकी बहादुरी के लिए पण्राम किया और कहा कि इस कलयुग की आप भगवान हैं आपने सामाजिक सौहार्द का परिचय देते हुए लोगों की जान बचाई, आपने एक मिशाल कायम किया है इससे अन्य लोगों को सीख लेनी चाहिए. शैल देवी ने कहा कि मैंने पड़ोसी मुस्लिमों को उपद्रवियों के हमले के दौरान अपने घर में शरण दी.

उन्होंने कहा कि यदि मैं शरण नहीं देती तो बेकाबू भीड़ इनकी हत्या कर देती. शैल देवी ने कहा कि इनकी सुरक्षा के लिए मैं अपनी दो बेटियों के साथ घर के बाहर खड़ी थी. ‘मैंने दंगाइयों से झूठ बोला कि मेरे घर में कोई मुस्लिम नहीं है. कुछ लोगों ने मेरे घर में जबर्दस्ती जाने की कोशिश की लेकिन मैंने सख्ती से उन्हें रोका. ‘शैल के घर में शरण लिए मोहम्मद नामक एक बुजुर्ग ने बताया कि वह ‘हमलोग के लिए फिरश्ता से’ कम नहीं हैं बाद में शैल को पड़ोसियों ने धमकी भी दी थी कि दंगाई उन्हें इसकी सजा देंगे.

घटनास्थल का मुआयना करने के बाद उन्होंने कहा कि यह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है. इस घटना को अंजाम देने वालों ने मानवता की सीमाएं लांघी हैं. घटना को अंजाम देने वाले दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने स्वीकार किया निचले स्तर के पुलिसकर्मियों की लापरवाही के कारण इस तरह की शर्मनाक घटना घटी. उन्होंने कहा कि इन पुलिसकर्मियों पर भी कारवाई शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री ने समाज के सभी वर्ग के लोगों से शांति और आपसी एकता बनाए रखने की बात कही.

उन्होंने कहा कि घटना के बाद बहुत से लोग यहां राजनीति करने और घड़ियाली आंसू बहाने आ रहे हैं, ऐसे लोगों से सतर्क रहना है. उन्होंने लोगों से अफवाह पर ध्यान न देकर सामाजिक सद्भाव बनाए रखने की अपील की. गांव के पीड़ित परिवारों को पर्याप्त सुरक्षा देने की बात कहते हुए उन्होंने इलाके की सुरक्षा और शांति के लिए अजीजपुर में थाना खोलने की भी घोषणा की.



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