जदयू विधायकों को तोड़ने के जुगाड़ में भाजपा, सुमो के संपर्क में 40 जदयू विधायक
भाजपा ने साफ संकेत दिया है कि जब चाहे तब जदयू के 40 विधायकों को तोड़ सकती है लेकिन भाजपा की यह संस्कृति नहीं है.
सुशील मोदी (फाइल) |
जदयू में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहे खींचतान के बीच पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को स्पष्ट कर दिया कि भाजपा जब चाहे तब जदयू के 40 विधायकों को तोड़ सकती है लेकिन भाजपा की यह संस्कृति नहीं है.
जदयू के 40 से अधिक विधायक भाजपा के संपर्क में हैं लेकिन भाजपा के पास अब जगह नहीं बची है. उन्होंने कहा कि वैसे भी जदयू को तोड़ने की जरूरत नहीं है. जदयू खुद ही टूट चुकी है.
मंगलवार को जनता दरबार के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि देश में अकेली जदयू ऐसी पार्टी है जहां प्रवक्ता सीधा मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हैं.
पार्टी हाईकमान उन प्रवक्ताओं पर कोई कार्रवाई भी नहीं करती है. पार्टी हाईकमान को हिम्मत है तो प्रवक्ता को हटा दे. उन्होंने साफ कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्यमंत्री मांझी को हटाना नहीं चाह रहे हैं बल्कि मांझी को इस्तीफा देने के लिए बाध्य कर रहे हैं इसलिए प्रवक्ताओं के माध्यम से मांझी पर प्रहार करा रहे हैं.
मुख्यमंत्री मांझी जहां कुर्सी बचाने में लगे हैं, वहीं नीतीश मांझी को हटाने के लिए रोज कुच्रक रच रहे हैं. इसलिए विकास कार्य बाधित होने के साथ ही मुजफ्फरपुर में सांप्रदायिक दंगे भी हुए हैं.
आश्यर्च की बात है कि नीतीश अपनी ही सरकार को अपदस्थ करना चाह रहे हैं. इसमें भाजपा का कोई गेम प्लान नहीं है. राज्यसभा चुनाव में जदयू के 18 लोगों ने क्रॉस वोटिंग की और पार्टी ने मात्र 8 लोगों पर कार्रवाई की.
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