गोयबल्स के सिद्धांत को मानने वाली पार्टी है भाजपा : नीतीश

Last Updated 26 Nov 2014 06:01:17 AM IST

संपर्क यात्रा पर निकले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने गृह जिला नालंदा स्थित जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में राजनैतिक सम्मेलन में भाजपा पर जमकर भड़ास निकाली.


जहानाबाद की सभा में पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार.

पूरे कार्यक्रम के दौरान नीतीश के निशाने पर भाजपा और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहे.

उन्होंने प्रधानमंत्री सहित भाजपा पर झूठ के सहारे सत्तासीन होने का आरोप लगाया. इतना ही नहीं भाजपा को हिटलर के प्रचार मंत्री गोयबल्स के सिद्धांत को मानने वाली पार्टी करार दिया. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हिटलर के प्रचार मंत्री गोयबल्स द्वारा झूठ को सही साबित करने के लिए बार-बार झूठ बोला जाता था, भाजपा भी इसी काम में लगी रहती है. हालांकि उन्होंने माना कि भाजपा का प्रचार तंत्र काफी मजबूत है.

लोकसभा चुनाव के दौरान अकूत धन और मजबूत प्रचार तंत्र के माध्यम से उसने जीत हासिल करने में सफलता प्राप्त की.  नीतीश ने यह भी माना कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के खिलाफ लहर और तीसरे मोर्चे का सफल नहीं हो पाना भाजपा की जीत का प्रमुख कारण बना. नीतीश ने करीब 40 मिनट के भाषण के दौरान आधा से अधिक समय तक भाजपा और उसकी नीतियों पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 2012 को बिजली की स्थिति में सुधार नहीं होने पर 2015 में वोट मांगने नहीं आने की बात कही थी.

उस दिशा में काम हो रहा था और करीब 20 हजार गांवों में लोकसभा चुनाव के पूर्व बिजली पहुंचा भी दी गयी लेकिन बिजली पहुंचाने का खामियाजा उन्हीं को भुगतना पड़ा और अबकी बार मोदी सरकार का विज्ञापन देखकर सब वोट भाजपा में चला गया. उन्होंने कहा कि भाजपा से गठबंधन नीति व सिद्धांत के कारण तोड़ना पड़ा न कि मुसलमानों के कारण. उन्होंने भाजपा पर गठबंधन टूटने को लेकर झूठा प्रचार का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राजनीति में नौकरी के लिए सेवा के लिए आया हूं.

मैं बापू, लोहिया, जेपी के सिद्धांतों को मानने वाला हूं जब यह महसूस हुआ कि भाजपा अब अटल, आडवाणी वाली पार्टी नहीं रही, झूठ, फरेब का सहारा लिया जाने लगा, लोगों को दिग्भ्रमित कर समाज में विग्रह पैदा करने का प्रयास किया जाने लगा तो मैंने अलग होने की ठानी. उन्होंने भाजपा पर सत्ता में आने के बाद किये गये वायदे से मुकरने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, विशेष पैकेज देने या विशेष ध्यान देने की बात चुनाव प्रचार के दौरान कही गयी थी. विदेशों में जमा काला धन को वापस लाने और उस काले धन में से प्रत्येक व्यक्ति को 15 से 20 लाख रुपये देने की बात कही गयी थी.

किसानों का समर्थन मूल्य डेढ़ गुणा करने, बेरोजगारों को रोजगार देने का वायदा किया गया था लेकिन इन सब वायदों को भाजपा भूल गयी है. 100 दिन के अंदर काला धन आ रहा था लेकिन 178 दिन बीत जाने के बावजूद कोई पैसा वापस भारत नहीं लौटा. किसानों को समर्थन मूल्य डेढ़ गुणा करने के बजाय राज्यों को पत्र लिखकर किसानों को दिये जाने वाले बोनस पर रोक लगाने की बात कही गयी है. इसी तरह बेरोजगारों को रोजगार मिलना तो दूर एक साल तक नौकरी पर रोक लगा दी गयी है.

इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, ग्रामीण कार्य मंत्री श्रवण कुमार, सांसद कौशलेन्द्र कुमार, विधायक हरिनारायण सिंह, डॉ. जितेन्द्र कुमार, उषा सिन्हा, विधान पाषर्द राजेश कुमार सिंह उर्फ राजू यादव, हीरा प्रसाद बिंद, नागरिक परिषद के सदस्य ई. सुनील कुमार, अभियान समिति के संयोजक सतीश कुमार, अरुण कुमार वर्मा, जिलाध्यक्ष सियाशरण ठाकुर, संजयकांत सिन्हा, रामचरितर प्रसाद, नवीन आर्य, अविनाश कुमार सिंह, नदीम जफर, विपिन कुमार यादव, युवाध्यक्ष विपिन कुमार सिन्हा, व्यावसायिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष श्रवण कुमार, शैलेन्द्र कुमार सिंह अधिवक्ता, अनिता सिंह, मो. अरशद, मेहता ज्ञानचंद, असगर शमीम, शशिकांत कुमार टोनी, प्रो अशोक कुमार, लवकुमार सिंह, उदय मांझी, अंजनी मुखिया, प्रतिमा सिन्हा, रामदयाल मेहता, अरविन्द कुमार सिंह, एखलाक अहमद, रमेश कुमार सिंह, पप्पू रोहैला, अनिल कुमार मुखिया, रंजीत पासवान, मुन्नी देवी, वरुण सिंह, विवेक प्रताप सिंह, मानिकचंद, अमरेन्द्र मुन्ना, पप्पू बनौलिया, महमूद बख्खो  सहित अन्य लोग मौजूद थे.



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