अपने विवादित बयानों से बाज़ नहीं आ रहे मांझी, CM पद से हो सकती है छुट्टी!
ऐसी चर्चाएं जोरों पर हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को उनके पद से हटाया जा सकता है.
CM पद से हो सकती है मांझी की छुट्टी! (फाइल फोटो) |
एक के बाद एक विवादित बयानों की झड़ी लगाने वाले मांझी बस अब कुछ दिन के ही सीएम रह गए है.
वहीं मांझी ने भी कहा कि उन्हें हटाने की कोशिशें की जा रही है और वह शायद नवंबर के अंत तक ही टिक पाएं.
सोमवार को मांझी ने अपने रविवार के विवादित बयान से पलटते हुए कहा कि उनको तो 2015 तक मुख्यमंत्री रहना है.
पटना में दरभंगा के जदयू-राजद-कांग्रेस के विधायकों की समस्याओं को सुनने के बाद पत्रकारों से मांझी ने अपने रविवार वाले बयान से पलटते हुए कहा, ‘हमको तो 2015 तक मुख्यमंत्री पद पर रहना है’.
मांझी ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में मात्र एक साल रह गया है और चुनाव के करीब तीन महीने पूर्व ही आचार संहिता लगने के कारण आठ-नौ महीने शेष बचे हैं. कार्य में तेजी हो इसके लिए हम लोगों ने सोचा कि जितने भी गठबंधन के विधायक हैं उनकी समस्याओं को सुनकर उसे एक-दो महीने के दौरान हल करने का प्रयास करेंगे ताकि अगले वर्ष जून-जुलाई तक अधिकांश योजनाओं का उदघाटन कर दें.
उन्होंने कहा कि वह शिलान्यास में नहीं उदघाटन में विश्वास करते हैं और उन्हें उम्मीद है कि अगले वर्ष चुनाव आचार संहिता लगने के पूर्व जितनी भी समस्याएं आएगी उसे वे निश्चित तौर पर पूरा करा देंगे.
इससे पूर्व, मांझी ने रविवार को एक विवादित बयान देते हुए कहा था कि अब बहुत से लोग मुझे नसीहत देने लगे हैं, लेकिन वे लोग जान लें कि मांझी काबलियत में किसी से कम नहीं है. जिसे जो कहना है कहे, मैं जो बोल रहा हूं उसे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग के लोग समझ रहे हैं.
मांझी ने कहा है कि वह आगे भी ऐसे मामलों में किसी की सुनने वाले नहीं हैं.
पार्टी ने खोला मांझी के खिलाफ मोर्चा
जनता दल यूनाइटेड के कई बड़े नेताओं ने मांझी को विवादित बयान न देने की सलाह दी थी, लेकिन रविवार को मांझी ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
जेडी-यू के एक नेता के मुताबिक, पार्टी के कुछ शक्तिशाली नेता मांझी को हटाने और नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं.
नीतीश कुमार के करीबी नेताओं का कहना है कि वह फिर से मुख्यमंत्री बनने को इच्छुक नहीं है. हालांकि नीतीश कुमार ने इस बारे में कुछ कहने से इंकार कर दिया.
संभावना जताई जा रही है कि चार दिसंबर को नीतीश कुमार दिल्ली से लौटने के बाद विधायक दल की बैठक बुलाएंगे, जिसके बाद मांझी पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
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