पटना पुलिस ने फोड़ी दलित नौजवान की आंख
पटना पुलिस की क्विक मोबाइल टीम ने एक दलित युवक का नाम और जाति पूछ कर उसकी आंख फोड़ दी.
सुरज पासवान (फाइल) |
खाजेकलां थाने की पुलिस ने मंगलवार को डंडे से मार कर एक दलित युवक सूरज पासवान की आंख फोड़ दी. पुलिसिया जुल्म के शिकार सूरज की आंख की रोशनी चली गयी. उसका जुर्म केवल इतना था कि वह सड़क के किनारे मोटरसाइकिल खड़ा किये हुए था.
युवक का इलाज पीएमसीएच के आंख विभाग के वार्ड नंबर तीन में चल रहा है. पीड़ित युवक की सेना में नौकरी लगने वाली थी.
14 अक्टूबर को उसका अंतिम चयन होना था. इस बाबत एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि प्रथम दृष्टया पता चला है कि मोटरसाइकिल गिरने के कारण उसके हैंडिल से सूरज की आंख में चोट लगी है लेकिन इस मामले की विस्तृत जांच की जिम्मेदारी सिटी डीएसपी को सौंपी गयी है.
अगर जांच में कोई दोषी पाया गया तो उसपर निश्चित कार्रवाई होगी. इस बाबत फतुहा थाने के रायपुरा निवासी पीड़ित युवक सूरज पासवान के चाचा राजा राजेन्द्र पासवान ने बताया कि उनका भतीजा सूरज खाजेकलां थाना क्षेत्र की घटना सेना में लगने वाली थी नौकरी अपने तीन दोस्तों सोनू, भोला और सुजय के साथ खाजेकलां थाना के मौरी गली में मूर्ति सजावट का सामान खरीदने गया था.
मोटरसाइकिल दुकान के किनारे लगा कर सूरज के दोस्त सामान खरीदने लगे और सूरज मोटरसाइकिल की रखवाली करने लगा. इतने में खाजेकलां थानाध्यक्ष दलबल के साथ वहां से गुजरे और मोटरसाइकिल हटाने की बात कही.
सूरज जब तक मोटरसाइकिल हटाता तब तक पीछे से सात-आठ की संख्या में मोटरसाइकिल पर सवार पुलिसकर्मी वहां आ पहुंचे और सूरज पर डंडे से वार करने लगे. इसी दौरान एक डंडा सूरज की एक आंख में लग गया और उसकी आंख से खून निकलने लगा.
इसके बाद वहां से सभी पुलिसकर्मी फरार हो गये. इस बाबत जब उसके चाचा ने थानाध्यक्ष से दोषी पुलिसकर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही तो उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया. उसके परिवार वालों ने इस बाबत एसएसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगायी है.
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