बैंकिंग-एसएससी परीक्षा में फर्जीवाड़े का खुलासा
पुलिस ने बैंकिंग और एसएससी की प्रतियोगिता परीक्षा में जालसाजी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को दबोच लिया.
बरामद किए गए फर्जी एडमिट कार्ड व अभ्यर्थियों के फोटो. |
गिरोह के सदस्य मोटी रकम लेकर अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा दिलाते थे. पुलिस ने उनके पास से एडमिट कार्ड और प्रश्न पत्र के अलावा बड़ी संख्या में जाली दस्तावेज बरामद किये हैं.
गिरोह के सदस्यों द्वारा इस्तेमाल की जा रही एक लग्जरी गाड़ी भी जब्त की गयी है. पकड़े गये जालसाजों ने गिरोह के सरगना के बारे में पुलिस को जानकारी दी है. उसकी तलाश की जा रही है. एसएसपी मनु महाराज ने गिरोह के सदस्यों के दबोचे जाने की जानकारी सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में दी.
एसएसपी के मुताबिक पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि बैकिंग व एसएससी की राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में स्कॉलरों को बैठाकर फर्जी तरीके से अभ्यर्थियों को सफलता दिलायी जा रही है. पुलिस ने सूचना को काफी गंभीरता से लिया. सिटी एसपी के निर्देशन में कदमकुआं के थानेदार व स्पेशल सेल के अधिकारियों की टीम का गठन किया गया व जालसाजों को दबोचने का टास्क सौंपा गया.
जांच के क्रम में पुलिस को पता चला कि गिरोह का संबंध पश्चिम बंगाल, दिल्ली, यूपी के अलावा दक्षिण भारत से भी है. जानकारी मिली कि रविवार 21 सितम्बर को एसएससी की होने वाली परीक्षा में गिरोह के सदस्य गड़बड़ी करने वाले हैं.
पुलिस टीम ने तत्काल काजीपुर स्थित संस्कृत कॉलेज और पीएन एंग्लो स्कूल के पास गिरोह को दबोचने के लिए घेराबंदी कर दी. परीक्षा शुरू होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की लेकिन टीम को जालसाजों तक पहुंचने में सफलता नहीं मिली.
इसी बीच सेंटर के पास संदिग्धावस्था में एक स्कॉर्पियो आकर रुकी. पुलिस ने गाड़ी में सवार वैशाली निवासी अनिल पासवान और पीरबहोर थाने के एनी बेसेंट रोड निवासी अजीत को दबोच लिया. पूछताछ में दोनों ने बताया कि परीक्षा में उसके स्कॉलर बैठे हैं.
उन लोगों को फर्जी दस्तावेज उन लोगों ने ही उपलब्ध कराया है.
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