महात्मा गांधी सेतु के बहुरेंगे दिन मरम्मत करायेगा केन्द्र
महात्मा गांधी सेतु की मरम्मत केंद्र सरकार करायेगी. नितिन गडकरी ने कहा कि गांधी सेतु का जीर्णोद्धार का काम तीन-चार महीने में में शुरू किया जायेगा.
गांधी सेतु (फाइल) |
केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सूबे के मुख्यमंत्री ने गंगा पर बने महात्मा गांधी सेतु की मरम्मत का काम अपने बूते कराने की बात कही थी इसलिए केंद्र सरकार इसकी मरम्मत नहीं करवा रही थी.
अब बिहार के पथ निर्माण मंत्री ने मुलाकात कर गांधी सेतु की मरम्मत की मांग की है. इसी के मद्देनजर गांधी सेतु का अध्ययन किया जा रहा है. रिपोर्ट मिलने के बाद दो-तीन महीने में निर्माण का कार्य शुरू हो जायेगा.
केंद्रीय मंत्री गडकरी सोमवार को नयी सरकार के 100 दिन पूरा होने के मौके पर अपने मंत्रालय की उपलब्धियों का ब्योरा कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से दे थे. उन्होंने कहा कि सूबे में बंद पड़े सड़क निर्माण का कार्य भी तेज गति से शुरू कर दिया जायेगा.
राष्ट्रीय राजमार्ग की बंद पड़ी कुछ परियोजनाओं को टर्मिनेट कर दिया गया है जबकि कुछ का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है. केंद्र ने बख्तियारपुर-खगड़िया, गोपालगंज-सीवान-छपरा और पटना-बक्सर फोर लेन सड़क निर्माण योजना को टर्मिनेट कर दिया है.
उन्होंने कहा कि अब कोई भी एनएच अलकतरा से नहीं बनाया जायेगा. सभी कंक्रीट की ढलाई सड़कें बनेंगी. उन्होंने कहा कि देश में 48 लाख किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग हैं.
इनमें 92 हजार किलोमीटर राष्ट्रीय महामार्ग हैं. लंबित परियोजनाओं को मंजूरी दी जा रही है. गडकरी ने कहा कि देश में सड़क दुर्घटनाओं को गांधी सेतु के रोकने के उद्देश्य से जल परिवहन को बढ़ावा दिया जायेगा. इससे रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे और यात्रा पर खर्च भी कम होंगे.
साथ ही राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा एवं प्रबंधन केंद्र बनाया जायेगा और सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों को तत्काल इलाज मुहैया कराने के लिए कैशलेस चिकित्सा सुविधा जल्द ही शुरू की जाएगी.
उन्होंने कहा कि सड़क मार्ग पर चलने पर जहां 1.50 रुपये खर्च होते हैं. वहीं उतनी ही दूरी रेलमार्ग से चलने पर एक रुपये खर्च होता जबकि जल मार्ग से चलने पर मात्र 50 पैसे का ही खर्च आता है.
इसी के मद्देनजर जल मार्ग को बढ़ावा देने की योजना बनायी गयी है. उन्होंने कहा कि गंगा में इलाहाबाद से पटना होकर हल्दिया तक जल विकास मार्ग बनाये जायेंगे. इस योजना पर छह वर्षो में 4200 करोड़ रुपये की लागत आयेगी.
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